आपने समाज में
सुधार के मामले में
जो कुछ भी देखा हे
क्या इसमें
शान्ति के संदेश से
सुधर सम्भव हे
नहीं ना ।
तो फिर उठो
इस समाज को
सूधारने के लियें
क्रांति की
तलवर उठा लो यारों ,
आप जानते हें
दुनिया में
शांति क्रांति से ही सम्भव हुई हे
और आज
देश में समाज में
हरित क्रान्ति की तो बहुत जरुररत हे
इंसान को इंसानियत का पथ पढाने के लियें
सामाजिक क्रांति की जरूरत हे ,
मुर्दा इंसानों में जान फूंकने के लियें
मानवाधिकार क्रान्ति की जरूरत हे
सोच लो सब लोग
आज अग्रत हम इस क्रान्ति में चुक करते हें
तो समझ लो मानव और मानवता देश और समाज
सब खतरे में हे । और हम आप ही इसके लियें ज़िम्मेदार रहेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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