तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
08 अक्तूबर 2010
प्रेस क्लब कोटा के चुनाव में महा संग्राम कल
कोटा प्रेस क्लब के द्विवार्षिक चुनाव कल दस अक्तूबर को होंगे ,इस क्लब के २७३ सदस्य हें जो अपना वोट डालेंगे लेकिन चुनाव की गंदगी यहाँ पिछले कई सालों से लगातार चली आ रही हे हालात यह हे के यह चुनाव गुणवत्ता के आधार पर नहीं मोज मजे और सुविधा के आधार पर होते हें , एक चुनाव में एक पेनल के करीब एक लाख रुए खर्च होना मामूली बात हे , चुनाव कार्यालय अलग से खोलना दुसरा इस चुनाव कार्यालय में रोज़ मर्रा हजारों की शराब परोसना और फिर मनमाना भोजन खिला कर मतदाताओं को प्रभावित करना आम बात हे इस बार फिर चुनाव में दो पेनल हें एक धीरज नीरज नीरज पेनल के नाम से मदान में हे जिसके लियें कहा जाता हे के यह कई वर्षों से कब्जेदार हें इस पेनल की दूसरी ख़ास बात यह हे के पिछले चुनाव में धीरज नीरज एक दुसरे के कट्टर दुश्मन थे और जो प्रेस कल के हीरो बन कर उभरे थे उन प्रद्युम्न शर्मा से के भी जमीर को इन लोगों ने आहत किया हे लेकिन यह चुनाव हे यहाँ दुश्मन दुश्मन एक होता हे प्रद्युम्न जी जेसे सिद्धांतवादी को भी हतियार डाल कर वापस खुद को गली बकने वालों के समर्थन में आगे आना पढ़ा दूसरा पेनल हमारा हे जिसमे रविन्द्र शर्मा और हरिमोहन शर्मा दोनों अध्यक्ष और सचिव के उम्मीदवार हें लेकिन हमारा पेनल बी पी एल पेनल हे यहाँ खर्च करने के लियें पा और पिलाने के लियें शराब नहीं हे बस बाँटने के लियें प्यार ही प्यार हे अब इस पेनल को प्यार तो मिल रहा हे वोट का वायदा भी मिल रहा हे लेकिन सही हकीकत तो नतीजों के बाद ही पता चलेगी क्यूंकि साम दाम दंड भेद के आगे सिद्धांत हमेशा हारते आये हें और इस बार भी हमारा पेनल सिद्धांतों से समझोता नहीं कर रहा हे किसी को शराब नहीं पिलाई गयी इसी को भोजन नहीं कराया हे बस इसीलियें नॉन जर्नलिस्ट कहे जाने वाले सदस्य यहाँ से दूर हे फिर भी परिवर्तन की लहर हे देखते हें क्या आगे नतीजे निकलते हें , हमारे साथ इस चुनाव में दिक्कत यह हे के यहाँ सब भाई भाई हे मेरे भाई और अभिन्न मित्र धीरज गुप्ता, नीरज गुप्ता ,पवन पारीक,सत्यनारायण बर्ग ,सुबोध जेन सहित कार्यकारिणी में हरिवल्लभ मेघवाल ,संजय वर्मा विवेक, लोकेश जोशी सलिमुर्र्ढ़मान खिलजी ,असलम रोमी सभी तो मेरे परिवार के हें लेकिन क्या करें भाई यह चुनाव हे अब देखते हें कल के च्नावे में क्या परिणाम निकलते हें आप से गुजारिश हे के आप भी दुआ करों के हमारा बी पी एल पेनल इस चुनाव में जीते ताके प्रेस क्लब कोटा की काया पलट हो सके , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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चुनाव आज कल दंगल ही हो गए हैं।
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