आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

14 अगस्त 2010

छोड़ो हमारा देश आ गया

एक जर्मनी ,अमेरिकन,जापानी,भारतीय के साथ
हवाई जहाज़ में सफर कर रहे थे
हाथ बाहर निकाल निकाल कर
अपने अपने देश का एहसास कर रहे थे
जर्मनी ने खिड़की से हाथ बाहर निकाला
और कहा जर्मनी आ गया ,
भारतीय ने पूंछा केसे पता चला
जर्मनी बोला
ठंडी हवाओं से ऐसी हवाएं तो जर्मनी की ही होती हे
यही हाल अमेरिका और जापान का था
हाथ बाहर निकाला
और अपना देश आ गया
मोसम की ठंडक ,गर्मी ही पहचान थी
भारतीय ने भी हाथ बाहर निकाला
थोड़ी देर बाद कहा
इण्डिया आ गया
जापानी,जर्मनी,अमेरिकन
भारतीय की यह पहचान का तरीका देख कर हेरान थे
भारत का मोसम बेवफा हे
इसलियें उन्हें पता था के मोसम देश की पहचान नहीं
भारतीय ने कहा
मेने भी हाथ बाहर निकाला था
मेरे हाथ में जो घड़ी थी
वोह लोगों ने तोड़ ली हे
इसीलियें कहता हूँ
के मेरा इण्डिया आ गया हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

2 टिप्‍पणियां:

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...