दोस्तों देश में मिलावट चरम सीमा पर हे लोग इस मिलावट से तरह तरह की बीमारियों के शिकार हे कई लोगों की इसी मिलावट के कर्ण मोतें हो रही हें लेकिन सरकार चुप्पी साधे बेठी हे कहने को सरकार कागजों में इस मामले में अरबों रूपये का अतिरिक्त खर्च बताकर कुछ भी आंकडा बता रही हो लेकिन नतीजा जनता के सामने हे।
आदरणीय प्रधानमन्त्री मनमोहन जी के कानपुर खाने की प्लेट में जब मिलावट का खाना आया तो देश में एक सवाल पैदा हुआ के प्रधानमन्त्री जी तो बच जायेंगे लेकिन आम जनता का क्या होगा ,जांच हुई दोषी लोगों को दंडित किया गया लेकिन प्रधानमन्त्री जी इस देश के हजारों लोग आज मिलावट से प्रतिदिन बीमार हो रहे हे बे मोत मर रहे हें , अब लोकसभा की केंटिन में मिलावट का खाना खाकर सांसद बीमार हे केंटिन में खाने में मिलावट की जांच के आदेश हुए लेकिन सांसदों और प्र्धान्मन्त्रीजी की सेल्फिश्नेस यानी मतलब परस्ती देखो के उन्होंने खुद को मिलावट का खाना मिलने पर सिर्फ और सिर्फ खुद के मामले में ही मिलावट की जांच करवाई हे आज तक उन्होंने जन हित में इस मामले में देश भर में मिलावट के खिलाफ अभियान छेड़ने निति बनाने और सरकारी महकमे की कार्यवाही पर निगरानी रख कर तुरंत कार्यवाही करवाने के लियें कोई आवाज़ नहीं उठायी हे बात साफ़ हे प्रधानमन्त्री जी हों चाहे सांसद जी उन्हें जनता से किया उन्हें तो बस खुद की जान बहाने की पढ़ी हे जनता जाए भाद में । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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