हमारे देश के ग्रह मंत्री पी चिदम्बरम जी ने कल अधिकारियों के एक बैठक में बड़ी बेशर्मी से देश को भगवा आतंकवाद से खतरा बताया हे उनके इस बयान पर हिन्दू संगठनों ने कड़ा एतराज़ जताया हे उनका एतराज़ वाजिब भी हे , याद रहे पहले इसी तरह का एतराज़ मुसलमान भी जताते रहे हें , देश में कोई भी धर्म,जाति,सन्गठन आतंकवादी नहीं हे लेकिन कुछ शरारती राष्ट्रविरोधी तत्व हें जो सभी तरफ हें , लेकिन कुछ गिनती के लोगों की कारगुजारियों के लियें पुरे समाज,धर्म और जाति को दोष देकर आतंकवादी बता देना कितना ग़लत हे यह आज देश को पता चल रहा हे देश को आज इस बात का भी एहसास हे के किसी को भी समूह के रूप में आरोपित करना उनकी भावनाओं को कितना आहत करता हे आज ग्रह मंत्री के बयान से हिन्दू भाइयों को आहत होना चाहिए और ग्रह मंत्री के इस बयान का कोई भी मुसलमान समर्थन नहीं करता हे ।
हमारे देश में आज़ादी के तुरंत बाद आतंकवाद की पहली घटना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या थी निश्चित तोर पर गांधी जी की हत्या हिन्दू समाज से जुड़े नाथूराम गोडसे ने की थी लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं के देश सभी हिन्दू भाइयों को आतंकवादी कहने लगे यह भी सच हे के गोडसे किसी विशिष्ट विचारधारा से जुड़े थे लेकिन इस विचारधारा को गांधी जी का हत्यारा कहना इंसाफ नहीं हें । लेकिन अगर नाथूराम गोडसे का कोई महिमा मंडन करे तो निश्चित तोर पर ऐसा कोई भी व्यक्ति हिन्दू हो चाहे मुसलमान हो उसके मुख पर तो कालिख पुतना ही चाहिए ,इंदिरा गांधी की हत्या बेअंत सिंह ने की तो क्या सभी सीख़ भाई आतंकवादी हो गये नहीं ना इसी तरह से दाउद वगेरा की राष्ट्रविरोधी हरकतों के चलते सभी मुसलमानों को आतंकवादी नहीं कहा जा सकता लेकिन अगर सीख भाई खालिस्तान जिंदाबाद और मुसलमान भाई पकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगायें तो ऐसे लोगों को तो मुंह तोड़ जवाब मिलना ही चाहिए एक अकेली साध्वी प्रज्ञा या कुछ सिरफिरे रिटायर्ड फोजियों की काली करतूतों का इलज़ाम पुरे हिदू भाइयों को या भगवा माने वालों को नहीं दिया जा सकता इसलियें अब यह तो सब को पता लग गया के अगरबिना किसी बझ किस को गद्दार या आतंकवादी कहा जाता हे तो दिल को कितनी तकलीफ होती हे । कुल मिलाकर ग्रह मंत्री ने भगवा आतंकवाद का बिना किसी वजह के जो राग अलापा हे वोह शर्मनाक घटना हे इसका हिन्दू हो चाहे मुस्लिम हो सिक्ख हो चाहे ईसाई हो सभी को विरोध करना चाहिए और ऐसा दबाव बनाना चाहिए के पुरे समूह,समाज या धर्म,जाति को टार्गेट बनाकर कोई भी नेता भविष्य में उलजलूल बयान जारी नहीं करे ।इसके लियें भाइयों सभी कोमिलकर जंग लड़ना होगी और अगर ऐसा हुआ तो नेताओं का जो फुट डालो राज करो का फार्मूला हे उसका तो सत्यानास होना ही हे और फिर देश में भाई चारा सदभावना का राज स्थापित होगा । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 अगस्त 2010
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ग्रह मंत्री पी चिदम्बरम जी यह सब कहकर सोच रहे है कि अब उनके मुस्लिम वोट पक्के हो गए पर वो तो समय ही बताएगा |
जवाब देंहटाएंये सब वोटो का खेल है प्यारे, आगे - २ देखो होता है क्या .....
जवाब देंहटाएं....
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