फितने से बचने की
मुझे सीख देने वालों ,
देखो
में तो आज भी
सुधरा हुआ हूँ
उन्हें समझाओ
वोह फिर
मुड मुड कर
मुझे देखते हें
शरारत भरी नजर से
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 अगस्त 2010
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bahut khoob sir ji....
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