आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

17 जुलाई 2010

मुझ से कहा था जरा कम लिखा करो

दोस्तों मेरे एक ब्लोगर मित्र बढ़े भाई ने कुछ दिनों पहले अधिक टिप्पणियाँ प्राप्त करने का एक व्यवहारिक सुझाव दिया था जिसमें कहा गया था के एक दिन में एक लिखो क्योंकि आज लोगों के पास वक्त नहीं हे एक दिन में एक ब्लॉग रहेगा तो लोग उसे पढ़ेंगे और टिप्पणी भी देंगे ज्यादा लिखा तो आपके ब्लॉग कोई नहीं पढ़ आयगा क्योंकि किसी के पास वक्त नहीं हे , जी हाँ दोस्तों मेने उनकी बात मानी और एक दिन में एक लिखा यकीन मानो उलटा सिहा जो भी इखा उस पर मुझे लोगों की टिप्पणियाँ मिलीं और जब खुद बेहतरीन लिखा तो लोगों ने उस पर टिप्पणियाँ देना तो दूर उसे पढ़ा तक नहीं मेरे सलाहकार मित्र की बात सही साबित हुई लेकिन में कुंठाओं से ग्रस्त था में लिखने के लियन बेठा हूँ क्यूँ टिप्पणियों का लालच करूं क्यूँ सोचूं के किसी ने इसे पढ़ा या नहीं बस मा काम लिखना हे सो फिर से मेने लिखना शुरू कर दिया मेरी स्पीड मार्च से अब तक करीब ६६० ब्लॉग लिखने की हो गयी हे यकीन मानो मुझे हिंदी टाइप और ब्लॉग बनाना भी नहीं आता हे बस जूनून हे जो जेसे चर पढ़े इखे जा रहा हूँ , मेरे स्राह्कार मित्र के सुझाव पर मेने एक दिन में एक ब्लॉग लिखना शुरू किया टिप्पणिया प्राप्त की थोड़ी ख़ुशी हुई यकीन बाद में में अपनी नजरों में गिर गया सोचा केवल टिप्पणी के लालच में खुद का स्वभाव मेने बदलना चाहा सो दोस्तों मेने फिर से अपना पुराना स्वभाव प्राप्त किया टिप्पणी मी या ना मिले बस लिखना शुरू कर दिया और बस में लिखे जा रहा हूँ में अपने मुंह मिया मिठ्ठू बन रहा हूँ पिछले दिनों भारत पाक वार्ता पर मेरी जो टिप्पणी थी आज क्रष्णा कुरैशी विवाद से सही साबित हुई मेने कोटा राजस्थान में पटवारियों और रेवेन्यु अधिकारियों द्वारा प्रोपर्टी डीलरों से सांठ गाँठ कर फर्जी रिपोर्टें तय्यार कर करोड़ों के घोटाले इ बात लिखी थी कोटा कलेक्टर ने इस आमले में सभी रेवेन्यु रिकोर्ड का भोतिक सत्यापन करवाया नतीजा सामने आया एक दर्जन से अधिक पतारी निल्बित हें और आज वोह आन्दोलन कर रहे हे मेने लिखा था के पुलिस के थानों के मालखाना का भोतिक सत्यापन हो कोटा में कनवास थाने में मालखाना रिकोर्ड में हेरा फेरी निकली हे , जेलों में मोबाइल की बात लिखी मोबाइल पकड़े गये तो दोस्तों मेरा भोतिक सत्यापन वक्त बता रहा हे इसलियें सोचता हूँ मेरा काम हे लिखना सो लिखता रहूँ जिसे जो सोचना हे सोचता रहे लेकिन आप सभी भैयन का प्रेम मुझे लगातार मिल रहा हे और इसी ऑक्सीजन के भरोसे मेरी गाडी निरंतर चल रही हे , धन्यवाद जय भारत जय हिंद । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...