तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 जुलाई 2010
एक भुला हुआ मुद्दा फिर याद आया
जी हाँ देश की राजनीति देश की भाजपा विश्व हिन्दू परिषद ने २० साल से जिस राम मन्दिर मुद्दे को भुला दिया था आज फिर उसी तिरस्कृत मुद्दे की उन्हें याद आ गयी हे कारण साफ़ हे उत्तर प्रदेश और फिर लोकसभा के चुनाव में इस मुद्दे को पार्टी भुनाना चाहती हे एक तरफ तो आर एस एस कहती हे के राष्ट्र से बढा कोई मुद्दा नहीं हे भाजपा के अडवानी कहते हें के सभी पार्टियों को निजी अजेंदों से उपर उठ कर राष्ट्र हित में काम करना चहिये और दूसरी तरफ फिर से भाजपा अग्रिम संगठनों के जरिये देश में अराजकता की शुरुआत करना चाहती हे रामजी तो अयोध्या में १४ वर्ष का वनवास काट कर लोटे थे और वोह भी रावण का वध कर आये थे लेकिन यह भाजपा और विश्व हिन्दू परिषद तो अयोध्या पुरे २० वर्षों बाद लोट रही हे और वोह भी उपलब्धी विहीन होकर वहां विश्व हिन्दू परिषद की आज होने वाली बैठक एक तमाशा जनता को गुमराह करने के अलावा कुछ नहीं हे कहावत हे के काठ की हांडी बार बार नहीं चढती हे लेकिन यह राजनितिक लोग और चंदेबाज़ साधू संत इस बात को समझते ही नहीं वोह फिर भारत की भोली भाली जनता की सो कोल्ड धार्मिक भावनाएं भडकाने का सपना सजोये हुए हें शायद एक बार फिर वोह देश में खून खराबा वैमनस्यता हिंसा का डोर चलाने का ताना बाना बुन रहे हें लेकिन साव्हान देश के गद्दारों अब जनता तुम से २० वर्षों का हिसाब मांगने के लियें आतुर हे और हो सकता हे के जनता ऐसे सियासत के नाम पर चलाए जाने वाले मुद्दे के मामल में मुद्दे उठाने वालों को देश में ही भगा भगा कर मरे इसके लियें आप को हमें जाग्रति अभियान क हलाना होगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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