मुझ पर
करम तो क्या
यह
एहले करम करेंगे
खुश होकर
मुझ से
यह
मेरे बाजू
कलम करेंगे ।
एक शहंशाह ने
बनवा कर
ताजमहल इनाम में जब
करे बाजू कलम
तो लगा
के यही
मजदूर दिवस हे।
आज हमारे
देश में
राजनितिक
पार्टी कार्यकर्ताओं
से बना कर जीत का ताजमहल
कुर्सी मिल जाने पर
कार्यकर्ताओं के साथ
यही सब देख कर
लगता हे के
मेरे राजनीतिक
श्न्शाहों ने बनवा कर नया ताज
उड़ाया हे कार्यकर्ताओं
का
मजाक।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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