तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 जुलाई 2010
ममता की दुर्घटना रेल
ममता बनाम रेल दुर्घटना ममता हे तो रेल दुर्घटनाये हें अब तो बस यही कहावत बन गयी हे जब से ममता ने रेल मंत्रालय संभाला हे तब से आज तक कई दर्जन रेल दुर्घटनाओं में हजारों लोग हताहत हो चुके हें लेकिन एक दुर्घटना की ममता ने ज़िम्मेदारी नहीं ली हे हर दुर्घटना के पीछे किसी ना किसी साज़िश का हवाला दिया हे आज पश्चिम बंगाल में वनांचल और उत्तर बंग की फिर टक्कर हो जाने से ६ दर्जन से भी अधिक लोग मारे गये हें जबकि सेकड़ों लोग गम्भीर घायल हे लेकिन ममता हे के वही रटा रटाया जवाब के इसमें किसी की साज़िश हे अब भला ममता जी का किया करे कोई फिहाल तो यह सरकार की संकट मोचक हें इसलियें सरकार भी इनके सारी लापरवाही के गुनाह माफ़ रखेगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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