तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
23 जुलाई 2010
निजी कोलेजों से रिश्वत लेकर सरकार सरकारी कोलेजों में सीटें नहीं बढाती
सरकारी शिक्षा तन्त्र का बुरा हाल हे आज देश में शिक्षा संवेधानिक अधिकार होने के बाद भी प्रथम श्रेणी में पास होने वाले लोग भी कोलेजों में प्रवेश के इयें लेने लगाये खड़े हें लेकिन उन्हें एडमिशन नहीं मिल रहे राजस्थान और खासकर कोटा में तो इस मामले में बुरा हाल हे बिगड़े तन्त्र की स्थिति देखिये की निजी कोलेजों में मुंह मांगी फ़ीस मांग रहे हें जबकि सरकारी कोलेजों में एडमिशन की ओपचारिकता कर सीटें भर दी हें कोटा में फर्स्ट डिविजन पास होने वाले छात्र आज प्रवेश नहीं मिलने से परेशान हें और निराशा के माहोल में जी रहे हे कोटा में तो सरकारी कोलेज में सीटें बढाने की मांग को लेकर स्टुडेंट आन्दोलन कर रहे हें हालात यह हे के छात्रों की भूख हडताल हे और इसी हडताल में छात्र कोहनियों के बल दंडवत अपनी मांग पूरी करवाने के लियें कोलेज से कलेक्ट्री तक गये हें ऐसी हालत में उनकी तबियत तक खराब हो गयी लेकिन सरकार हे की निष्ठुर बनी हे और छात्रों के बारे में सरकारी तन्त्र को जान बुझ कर कमजोर इस लियें कर रही हे के निजी कोलेज धन कमा सकें शिक्षा की बात करने वाली इस सरकार की ऐसी कार्यवाही पर शेम शेम के अलावा और कुछ किया कहा जा सकता हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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