तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
15 जुलाई 2010
कोटा में जमाखोरों की पोल खुली लेकिन प्रशासन बेबस
कोटा में जमाखोरों की पोल खुल गयी हे लेकिन विधि विरुद्ध खाध्य पदार्थ जमा कर क्रत्रिम अभाव बनाकर कीमतों में व्रद्धी करवाने वाले जमाखोरों के खिलाफ राजस्थान सरकार कुछ भी कर पाने में बेबस और लाचार हे । कोटा में जमाखोरों ने कीमतों में उछाले के लालच में ६०० करोड़ रूपये के अनाज,धनिया,डालें,मक्का,ज्वार,बाजरा और खाने पीने की चीजों का स्टोक कर रख लिया उनका मानना था के कीमतों में और उछाला आयेगा लेकिन उम्मीद के तहत कीमतों में व्रद्धी नहीं हुई और अब व्यापारियों के चेहरे उतरे हुए हें आज एक देनी समाचार पत्र ने सभी व्यापारियों की इस व्यथा को उजागर किया हे और पूरा हिसाब ६०० करोड़ रूपये का माल गोदामों में जमा होने की पुष्टि की हे कोटा सहित राजस्थान में कई खाद्य पदार्थों पर सरकार का नियन्त्रण हे और क्षमता से अधिक बिना लाइसेंस के कोई भी व्यापारी सामान नहीं जमा कर सकता हे ऐसे में रसद विभाग और जिला कलेक्टर व्यापारियों के लाइसेंस देख कर अगर गोदामों पर छापामारी कर अवेध रखे खाध्य पदार्थों को बरामद करे तो राजस्थान की खाद्य पदार्थों की कमी पूर्ति हो जायेगी और जनता सस्ते होने से मद मस्त हो जायेगी लेकिन सरकार हे के बस व्यापारियों के इन काले कारनामों के आगे बेबस बनी हुई हे और हाथ पर हाथ धरे बेठी हे इसे कहते हें अंधेर नगरी चोपट राजा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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