तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
08 जुलाई 2010
राजस्थान में सरकारी शिक्षा का ढांचा ठप्प
राजस्थान में ट्रांसफर , समानीकरण और परिवेदनाओं से शिक्षक पहले से ही तंग चल रहे थे लेकिन अब गेर शेक्षणिक कार्यों में शिक्षकों को लगाने से स्कूली हिक्षा चरमरा गयी हे हालात यह हें के इस सरकारी तन्त्र की कमजोरी का फायदा निजी स्कूल उठाने में लगे हें सरकारी स्कूलों में प्रवेश की संख्या कम हो रही हे जबकि निजी स्कूलों में यह संख्या ज़ोरों पर हे। राजथान में कुल ३-५० लाख शिक्षक हें जिनमें से १-२६ हजार शिक्षक तो पहले से ही ज्नग्न्ना कार्यों में लगे हें इसे बाद ४५ हजार शिक्षकों को अभी चाइल्ड ट्रेफिकिंग कार्यों में लगाया गया हे इतना ही नहीं १० हजार शिक्ष प्रतिनियुक्ति पर हें तो ९ हजार शिक्षक इ ग्राम योजना में और इतने ही ब्लोकों में लगे हें ऐसे में कुछ गिनती के शिक्षक शिक्षा विभाग का यह चरमराया हुआ ढांचा इसे संभाल पायेंगे सोचने की बात हे अभी सूल खुले हें और बच्चों को शिक्षकों की जरूरत हे पहले तो शिक्षकों को तबादलों का तनाव हे फिर गेर शिक्षा कार्यों की द्युति नं उन्हें निचोड़ कर रख दिया हे अब आप ही बताएं राजस्थान में सरकारी स्कूली शिक्षा को सुधारने वाले कहां से आयें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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