तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 जून 2010
इरान की आजादी पर पाबंदी
इरान की आजादी पर पाबंदी की बात तो आपने सुनी भी होगी और पढ़ी भी होगी इतना ही नही भाई यह तो आपने टी वी पर भी देखि होगी इरान जो एक आज़ाद देश होने की वजह से बढ़ते हुए खतरों से बचने के लियें खुद को सुरक्षा की द्रष्टि से आत्मनिर्भर बनाना चाहता हे और इसके लियें वोह प्राणु शक्ति बन रहा हे तो अमेरिका सहित कुछ देशों के पेट में दर्द हो रहा हे भाई जब अमेरिका ने परमाणु बनाया किसी ने कुछ नहीं खा लेकिन जब दुसरे देश परमाणु बनाते हें तो अमेरिका के पेट में दर्द होने लगता हे आखिर क्यूँ बात साफ़ हे उसे अपनी चोद्राह्त छिनने का कहता दिखने लगता हे इसीलिए अमेरिका कुछ देशों को बहका कर ऐसे मुल्को के खिलाफ बहकाता हे पाबंदियां लगाता हे अब भाइयों जब अमेरिका कोसों दूर जाकर लोगों को मारता हे घर बेठे बच्चो महिलाओं पर बम बरसाता हे दुसरे देशों में तबाही मचा कर उन्हें बंधक गुलाम बनाता हे तब शान्ति सेना रेड्क्रोस खामोश हो जाती हे तब अमेरिका की हेवानिय्त के लियें प्रतिबन्ध नही लगाये जाते ऐसे में अगर कोई मुल्क अपनी हिफाजत के लियें कोई हथियार बनाता हे तो इससे दुसरे देशों को क्या आपत्ति हो सकती हे इस मामले में हमारा देश साफ़ हे जो अमेरिका जेसे कितने ही देशों को दुश्मनी होने पर कहती का दूध याद दिया सकता हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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जबरा मारे, रोए न दे..!
जवाब देंहटाएं..बात साफ़ हे उसे अपनी चोद्राह्त छिनने का कहता दिखने लगता हे इसीलिए अमेरिका कुछ देशों को बहका कर ऐसे मुल्को के खिलाफ बहकाता हे पाबंदियां लगाता हे..
..सही कहा आपने.
अमेरिका ही एक ऐसा देश है , अमेरिका की ही वजह से आज दुनिया में अशांति फैली हुई है. अमेरिका नहीं चाहता की कोई भी देश सम्रध और आत्म निर्भर बन जाए. इराक के मसाले में बेनकाब होने के बाद भी ,अगेर लूग अमेरिका का सही चेहरा न पहचान सकें तोह अफ़सोस की बात है.
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