तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
24 जून 2010
निर्दलीय सांसद दिग्विजय सिंह को श्रद्धांजली
बांका से निर्दलीय सांसद दिग्विजय सिंह की आज लन्दन में अचानक ब्रेन हेमरेज होने से मोत हो गयी सांसद दिग्विजय सिंह का अपने क्षेत्र में समर्पण सेवा का सुबूत यही हे के वोह अपने क्षेत्र से निर्दलीय सांसद थे पहले कभी संयुक्त दलों में रहे सांसद जी अपने क्षेत्र के विकास के लियें समर्पित जागरूक और सेवा भावी थे आज अहंक उनके निधन से उनके क्षेत्र में जनसेवा की राजनीति का अध्याय खत्म सा हो गया लगता हे क्योंकि ऐसे लोग अब कहां हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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श्रद्धांजली !!
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