तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 जून 2010
महंगाई दर तोबा तोबा
देश में एक बार फिर महंगाई की दर की प्रतिशतता निकाली गयी अर्थशास्त्रियों न बढ़ी कंजूसी कर स्वीकार किया की देश में १६.७४ प्रतिशत महंगाई की दर बढ़ी हे महंगाई की दर का यह आंकलन आप सब जानते हें झुंट का पुलंदा हे यह दर किसी मामले में १०० फीसदी तो किसी मामले में ५० फीसदी तक हे अब ऐसे में महंगाई की दर व्रद्धी ६० फीसदी से कम तो नहीं हे इतना सब होने पर भी इस महंगाई दर को नियंत्रित करने के लियें सरकार ने जमाखोरों के खिलाफ कड़े कदम उठा कर कोई कारगर कार्यवाही नहीं की हे इतना ही नही सरकार ने जमाखोरों,अपराधियों,सटोरियों,वाय्दाव्यापारियो को हवा देकर जनता को घुट घुट कर मरने के लियें छोड़ दिया हे अब देखो वर्षा के बाद फसल केसी आती हे और फिर फसल के बाद महंगाई की क्या हालत होती हे यह तो वक्त ही बताएगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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