तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 मई 2010
खेल के नाम पर अब एश की राजनीति खत्म
देश में खेल के नाम पर कई दशकों से राजनेता जो रस मलाई खा रहे हें अब वोह उनके हाथ से छिनने वाली हे आई पी एल घोटाले के बाद सरकार ने खेल नियमों में संशोधन करने का मांस बनाया हे जिसमे एक निश्चित समयावधि के लियें ही कोई व्यक्ति अब खेल संघों का अध्यक्ष बन सकेगा इससे वर्षों से खेल संघों में जमें लोगों के मंसूबों पर पानी फिर जाएगा और इस प्रणाली से खेल व्यवस्था और प्रबंध का सुधार भी होगा । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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