तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 मई 2010
उत्तर प्रदेश पुलिस का नया कारनामा
आप माने या ना माने डंडे के बल पर वर्दी वाले गुंडे सच को झूंट और झूंट सच आसानी से बना सकते हें और इसी लियें उत्तरप्रदेश मुजफ्फरपुर की पुलिस नें जिस प्रेमी प्रेमिका अंशु और अजित ओ मरा हुआ घोषित कर उनकी हत्या के आरोप में कथित म्रतक के भाई को गिरफ्तार कर उससे अजित और उसकी बहन अंशु की हत्या कर देने का कुबुल्नामा करवाया यह सब पुलिस ने अपनी उपलब्धी बताकर मीडिया को उजागर करते हुए अपनी तफ्तीश की तारीफ़ भी की लेकिन आज अचानक पुलिस रेकोर्ड में जिन प्रेमी प्रेमिका की हत्या होना दर्ज कर उसके भाई को गिरफ्तार किया गया था वोह ओग अचानक जीवित अवस्था में थाने जा पहुंच और मिडिया कर्मियों की उपस्थिति में पुलिस उन्हें ज़िंदा देख भोचक्की रह गयी पुलिस द्वारा किसी को भी डंडे का डॉ बता कर झुंटा फंसाने और जुर्म कुबूल करवाने की यह नई घटना नहीं हे खासकर उत्तर प्रदेश पुलिस के लियें तो इलाहबाद हाईकोर्ट ने उन्हें वर्दीवाला गुंडा कह कर संबोधित किया हे ताज्जुब यह हे के ऐसे पुलिस कर्मियों अधिकारियों के विरुद्ध उत्तरप्रदेश सरकार ने अब तक कोई कदा कदम नहीं उठाया इस में कई सवाल हें जो पुलिस की छवि को दागदार करते हें पुलिस नें अंशु के भाई को डरा धमका कर जुर्म क्यों स्वीकार करवाया ,जिसको प्रेमी अजित का शव बताया और जो महिला मरत मिलीहे वोह किसकी लाशें हें और पुलिस ने इस मामलें में बारीकी से जांच क्यों नहीं की लेकिन इस घटना से यह तो साफ हे की भारतीय पुलिस खासकर उत्तरप्रदेश पुलिस जनता के साथ केसा सुलूक कर रही होगी , ऐसे में मानवाधिकार सन्गठन ,और पुलिस निगरानी समितियों पर भी उंगलियाँ उठती हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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बाप रे...........
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