तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
08 अप्रैल 2010
बैंकों और फाइनेंस कम्पनियों की खुली लूट की खुली l
जी हाँ आजकल बैंक,निजी फैनंस कोम्पनी और इन्शोरंस कम्पनियां आम जनता को लूटने में लगे हें लुभावने वायदे कर यह लोग पहे तो लोगन से रुपया जमा करवाते हें फिर एलिवेशन चार्ज के नाम पर बीस प्रतिशत की राशि का गबन कर लेते हें । बैंक या निजी अन्य बैंक पहले तो लुभावने वाडे कर लोन देते हें और फिर उस लोन में से कटोती कर मनमर्जी से बिमा कर देते हें कम लोन देकर अधिक राशि लोन देना अंकित कर उसपर ब्याज मनमाना लेते हें चेक बुक, चेक जमा करने का शुल्क , किराया , कमिशन वगेरा वगेरा ना जाने क्या क्या शुल्क के नाम पर लूटते हें। अगर कोई ग्राहक इस चोरी को पकड़ कर विधिअनुसार लोन चुकाने के मामले में मुकदमा करता हे या हिसाब मांगता हे तो यही बेंक उसे सो कोल्ड संस्था बनाकर काली सूचि में दाल्देते हें ताकि वोह आदमी कहीं और जगह से लोन नहीं ले सके हे नाँ चोरी और सीना जूरी। अख्तर अकेला कोटा राजस्थान
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