तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 अप्रैल 2010
एम एल ऐ, एम पी, मंत्री अधिकारी देश को लूट रहे हें
जी हाँ भाइयों हमारा देश एक तरफ तो कर्ज़ के बोझ तले डूबा हुआ हे दूसरी तरफ हमारे देश के सांसद विधायक मंत्री वी आई पी और वरिष्ट अधिकारी दीमक की तरह देश के अर्थ तन्त्र को चाट रहे हें हमारे देश में ५४४ लोकसभा सांसद २७५ से भी अधिक राज्यसभा सांसद ४००० के लगभग विधायक विधान परिषद के सदस्य इनका १५ प्रतिशत मंत्री ५ प्रतिशत संसदीय सचिव बोर्ड आयोगों के सदस्य अध्यक्ष और लाखों वरिष्ट अधिकारी हें जिनमें एक विधायक अपने क्षेत्र में दो करोड़ रूपये प्रति वर्ष, सांसद अपने क्षेत्र में दो करोड़ रूपये प्रति वर्ष खर्च करता हे जबकि विधायक के वेतन भत्तों बिजली पानी पर दो लाख रूपये प्रति माह सांसदों पर तीन लाख रूपये प्रती माह मंत्री दर्जा आयोग पर तिन लाख रूपये प्रती माह खर्च होते हें इस तरह से ८० अरब रूपये के काम तो यह लोग कराते हें जिसका कमिशन इन्हें मिल जाता हे जबकि १२ अरब रूपये का खर्च इन लोगों के वेतन भत्तों पर खर्च होता हे अब मंत्रियों अध्यक्षों पर करोड़ों खर्च अलग से जबकि अधिकारियों पर तो कई अरब रूपये खर्च हो रहे हें जिनमें २० प्रतिशत का खर्च तो रोका ही जा सकता हे अब बताओ अरबों खरबों रुपयें नेताओं पर खर्च करने वाला मेरा देश महान हे या नहीं। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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aapka lekhan satyapit or taksangat hai .
जवाब देंहटाएंयोजनायें सही तरीके से लागू हों और ये नेता सार्थक मुद्दों पर बहस करें , काम करें तो ये खर्च नगण्य होगा पर आपकी बात सही इसलिए है की ये कुछ नहीं करते , बोझ बन जाते है.
जवाब देंहटाएंलिखते रहिये, चेतना जगाते रहिये ...कुछ तो होगा, कोई तो सुधरेगा ...आप ही सुधर जाईये पहले और फिर देखिये परिवर्तन