तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 मार्च 2010
कोटा कलेक्ट्रट
कोटा मैं बड़े बड़े मंत्री , बड़े बड़े नेता , बड़े बड़े अधिकारी , बड़े बड़े अखबार ,बड़े बड़े पत्रकार हैं इन सब के बावुजूद भी कोटा की कलक्ट्री मैं आम लोगों की आवा जाही पर जो पास सिस्टम कर रोक लगायी है वोह हिदुस्तान के किसी भी शहर मैं नहीं है मेरा तो ऐसे मैं डूब मरने का मन करता है आखिरएक कलेक्टर को खुद को किस से खतरा है जो उसने यह बदलाव किया ताज्जुब है के सब इस पर खामोश हैं बड़े बड़े लोगों के लियें है ना शर्म से चुल्लू भर पानी मैं डूब मरने की बात एक कलक्टर आर एस गठ्थाला थे और आज एक कलेक्टर यह हैं जिन्हें मदन दिलावर चिड़िया का बच्चा कहने पर पुलिस की लाठियां खाते है पत्रकार नेता फिर भी चुप हैं क्योंकि उनको विज्ञापन मिलते हैं हेना मेरा देश महान ।
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