कोटा पारिवारिक न्यायालयों में वकीलों को न्यायमित्र के रूप में पैरवी मामले में राजस्थान हाईकोर्ट के लक्ष्मी कंवर दिशा निर्देश के अनुरूप आदेश , अध्यक्ष मनोजपुरी ने जैसा कहा करके दिखाया पारिवारिक न्यायलय में वकालतनामा लगाकर दिखाया ,,
कोटा पारिवारिक न्यायालय में अब वकीलों की न्यायमित्र पैरवी एन्ट्री पर , पारिवारिक जजों की रोका रोकी हरिगज़ नहीं चलेगी , राजस्थान हाईकोर्ट में विचाराधीन याचिका लक्ष्मी कंवर के दिशा निर्देश के अनुरूप कोटा पारिवारिक न्यायालयों में वकीलों की न्यायमित्र के रूप में उपस्थिति सुनिश्चित करने के आदेश हो गए है , जबकि नव निर्वाचित कोटा बार एसोसिएशन अध्यक्ष मनोज पूरी ने शुक्रवार को ,, कोटा पारिवारिक न्यायलय में वकालत नामा पेश कर , जो कहा वोह करके दिखाया है ,,, पारिवारिक न्यायलयों की स्थापना के बाद 1984 में पारिवारिक न्यायालयों की स्थापना कर , पारिवारिक न्यायलय क़ानून 1984 बनाया गया था , जिसमे सांसद सोते रहे थे ,, एडवोकेट प्रतिनिधि या जो एडवोकेट होकर भी सांसद थे वोह भी चुप रहे थे , क्योंकि एडवोकेट एक्ट 1961 की धारा 30 के विधिक प्रावधान के तहत , जहां भी साक्ष्य का विषय होगा वहां वकील अधिकार के रूप में अपनी उपस्थिति देकर पैरवी कर सकेगा ,, इस क़ानून के विरोधाभास में फेमिली कोर्ट एक्ट 1984 के क़ानून की धारा 13 में फेमिली कोर्ट में वकीलों की पैरवी एन्ट्री पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गयी , बस आवश्यकता पढ़ने पर न्यायालय की इच्छा होने पर न्यायालय किसी मामले में न्यायमित्र के रूप में वकील को उपस्थित रहने की इजाज़त देने का प्रवधान बनाया गया था , , फेमिली कोर्ट में वकीलों के प्रतिबंध से पक्षकरों में , खासकर बाहर से आने वाले पक्षकारों में अराजता का माहौल है , फेमिली कोर्ट में महिलाओं और पुरुष पक्षकारों की लम्बी क़तार ,, आपसी झगड़े रोज़ देखने को मिलती है ,, कोटा में वर्तमान में तीन पारिवारिक न्यायालय है , ज़ाहिर है , बढ़ी संख्या में कोटा में पारिवारिक मामलों के विवाद चल रहे हैं ,, ,, बूंदी , जयपुर ,, उदयपुर सहित सभी जगह पर फेमिली कोर्ट में वकीलों की उपस्थित लगातार हो रही है , वकालत नामे भी पेश किये जा रहे हैं लेकिन कोटा में हालात अलग थे , यहना पारिवारिक न्यायालयों में वकीलों के जाते है , उनसे कहा जाता था आप जाइये आपका यहां क्या काम , ,कोटा के वकील इस मामले में आंदोलनरत थे , एक तरफ तो वर्ष 2021 में एडवोकेट मुकेश सेन ने अपने पक्षकार प्रखर गुप्ता की तरफ से ,, राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका पेश कर ,,, लक्ष्मी कंवर मामले में वकीलों को पारिवरिक न्यायालय में न्याय मित्र के रूप में पैरवी करने के निर्देश देने की मांग की थी ,क्योंकि कोटा पारिवारिक न्यायलय के जज हाईकोर्ट के आदेश को भी नहीं मान रहे थे , ,इधर अख्तर खान अकेला और रामगोपाल चतुर्वेदी ने इस अभिभाषक परिषद के चुनाव का एक ही मुद्दा बनाया था , जो पारिवारिक न्यायालयों में वकीलों की उपश्थित करवाएगा , उसे ही चुनाव जितवाना है , ,,कोटा अभिभाषक परिषद में दो बार अध्यक्ष रहे , मनोज पूरी ने इस चुनौती को स्वीकार किया , उन्होंने अख्तर खान अकेला , रामगोपाल चतुर्वेदी सहित सभी वकील साथियों से वायदा किया , के चुनाव जीतेंगे , 4 जनवरी को शपथ लेंगे , और 5 जनवरी से पारिवारिक न्यायलयों में वकालतनामा लगवा देंगे , इत्तेफ़ाक़ की बात थी , प्रखर गुप्ता मामले में एडवोकेट मुकेश सेन की तरफ से दायर याचिका में , हाईकोर्ट ने शपथ पत्र देने के लिए कहा था , लेकिन तात्कालिक कोटा बार ऐसोईयेशन अध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने इस मामले में कोटा बार की तरफ से लिख कर दिया के कोटा पारिवारिक न्यायलय में वकीलों की एन्ट्री लक्ष्मी कवंर की पलना में नहीं करने दी जा रही है , ,वकीलों ने शपथ पत्र भी दिए , ,उक्त याचिका में हाईकोर्ट ने , कोटा के वकीलों को , पारिवारिक न्यायलय में लक्ष्मी कंवर में दिए गये , दिशा निर्देश के अनुसार न्यायमित्र के रूप पे पेश होने के आदेश दिए है , जबकि अध्यक्ष मनोज पूरी ने खुद ,, इस मामले में , कोटा पारिवारिक न्यायालय में न्यायमित्र पैरवी की इजाज़त के प्रार्थनापत्र के साथ , वकालतनामा पेश किया जो शुक्रवार से ही लागू हो गया , ,,, मनोजपुरी ने जो कहा वोह करके दिखा दिया नसीब की बात है के हायकोर्ट के आदेश भी इसी दिन हुए और ,, वकालतनामा भी पूर्व घोषणा , पूर्व चुनावी वायदे के अनुरूप उसी दिन पेश किया गया ,,, अगर हाईकोर्ट के आदेश नहीं होते , तो वादविवाद की स्थिति पैदा हो सकती थी , लेकिन मनोजपुरी बार एसोसिएशन के स्वाभिमान और वकीलों के अधिकारों के संरक्षण के लिए किसी भी हद तक आंदोलन को तय्यार बैठे थे , , कोटा के वकीलों को पारिवारिक न्यायधीशों की अपमानकारी टिप्पणियों से मुक्त करवाने , उन्हें न्यायमित्र के रूप में पैरवी व्यवस्था के लिए राजस्थान हाईकोर्ट का धन्यवाद , एडवोकेट मुकेश सेन , प्रखर गुप्ता पक्षकार , पूर्व अध्यक्ष प्रमोद शर्मा ,, इस मुद्दे को , ज्वंलंत मुद्दा बनाकर चुनावी मुद्दा बनाने वाले , एडवोकेट अख्तर खान अकेला , रामगोपाल चतुर्वेदी , और वर्तमान कार्यकारिणी , अध्यक्ष मनोज जी पूरी , उनके मोटिवेशनल साथी अजय नन्दवाना, , जितेन्द्र पाठक, दिनेश चांवला वगेरा को धन्यवाद बधाई ,, मुबारकबाद ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339
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