आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

08 जनवरी 2024

कोटा निगम गोशाला में गांयों की अकाल मौतें , राज्य की सभी गोशालाओं में गांयों की मोत , मोत के कारणों का बीस साल पुराने कार्यकाल से ऑडिट होना चाहिए , राजस्थान में स्टाम्प बिक्री पर , बीस प्रतिशत गोसंरक्षण टेक्स के नाम पर , अरबों अरब रूपये का हिसाब जनता के सामने आना चाहिए , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अरबों रूपये की आमदनी खर्च की जांच करवाकर , दूध का दूध पानी का पानी करें , , गांय को राष्ट्रिय पशु घोषित कर माता का विधिक दर्जा दिलवाएं , काऊ प्रोटेक्शन एक्ट लागू करवाएं ,, , गांय के नाम पर घोटालेबाज़ों को जेल भिजवाएं , ,

 कोटा निगम गोशाला में गांयों की अकाल मौतें , राज्य की सभी गोशालाओं में गांयों की मोत , मोत के कारणों का बीस साल पुराने कार्यकाल से ऑडिट होना चाहिए , राजस्थान में स्टाम्प बिक्री पर , बीस प्रतिशत गोसंरक्षण टेक्स के नाम पर , अरबों अरब रूपये का हिसाब जनता के सामने आना चाहिए , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अरबों रूपये की आमदनी खर्च की जांच करवाकर , दूध का दूध पानी का पानी करें , , गांय को राष्ट्रिय पशु घोषित कर माता का विधिक दर्जा दिलवाएं , काऊ प्रोटेक्शन एक्ट लागू करवाएं ,, , गांय के नाम पर घोटालेबाज़ों को जेल भिजवाएं , ,
गो संरक्षक , गो समर्थक , आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी राजस्थान में है , राजस्थान में गो संरक्षण शुल्क के नाम पर , स्टाम्प ड्यूटी टेक्ष करोड़ो करोड़ रूपये सरकार वसूल कर रही हैं , यहां करोडो करोड़ रूपये के दान भी दानदाता कर रहे हैं , फिर भी गौ धन , गांयें सड़कों पर भूख ,, प्यास से प्रताड़ित होती नज़र आती है , और अब तो , ठिठुरती ठंड में कोटा सहित राजस्थान की सभी गो शालाओं में , गांयों की मोत आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है , अकेले कोटा में एक हफ्ते में सो से भी अधिक गांयों की मोत नगर निगम कोटा और अधिकारियों के लिए शर्मनाक है ,, प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी राजस्थान में हैं , उन्हें ऐसे मामलों को संज्ञान में लेकर जाँच करवाना चाहिए , ,में पिछले दस सालों में , आदरणीय प्रधानमंत्री जी को , गो संरक्षण के लिए , काऊ प्रोटेक्शन एक्ट बनाने और गांय को राष्ट्रिय पशु घोषित कर इसे माता का अधिकृत दर्जा देने , गोवंश को , प्रताड़ित करने ,भूखे रखने , इसके नाम पर चंदा करके खा जाने , सरकारी अधिकारीयों द्वारा टेक्स वसूली के बाद भी इनका संरक्षण नहीं करने पर मुक़दमा दर्ज कर सज़ा देने के प्रावधान की भी में मांग करता रहा हूँ ,  प्रधानमंत्री महोदय के  कार्यालय में मेरे इन पत्रों की समीक्षा तो हुई , लेकिन इस मामले में क़ानून बनाने , काऊ प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने , गांय को राष्ट्रिय पशु घोषित करने , माँ का दर्जा देने के मामले में केंद्र सरकार ने अब तक कोई पहल नहीं की है ,,, राजस्थान की जनता को , देश की जनता को पता होना चाहिए के राजस्थान में , किसी भी स्टाम्प की खरीद पर , तीस प्रतिशत टेक्स पृथक से लिया जाता है , जिसमे से दस प्रतिशत तो आधारभूत ढांचा यानि नाली ,, पटान वगेरा पर खर्च होने के लिए अलग रखा जाता है , जबकि बीस प्रतिशत टेक्स गांयों के संरक्षण पर खर्च करने के लिए रखा जाता है , राजस्थान की जनता को , गौ सेवकों को , भक्तों को , यह पता होना चाहिए के राजस्थान में पृथक से गोपालन मंत्रालय है , पृथक से गो सेवा आयोग बना है , ,यहां अधिकृत ,, अनाधिकृत गो शालाएं हैं , इनके रख रखाव के लिए अरबों रूपये का स्टाम्प टेक्स वसूला जाता रहा है , , लेकिन सरकारी गो शालाओं में स्थिति दयनीय है , रोज़ मर्रा कितनी गांयें मरती है , आंकड़े बताने में भी शर्म आती है , इधर सड़कों पर , राष्ट्रिय ,, राज मार्गों पर , शहर की सड़कों पर गाँव की सड़कों पर , लाखों लाख गोवंश लावारिस की तरह भूखे प्यासे रहते हैं , राष्ट्रीय राज मार्ग हो , राज्य मार्ग हो , शहर की सड़कें हो , चौराहे हों , गाँव हों , सभी जगह तो गोवंश झुण्ड बनाकर भूखा प्यासा उपेक्षित नज़र आता है , कई बार यह गोवंश दुर्घटना के कारण बनते है , या हिंसक होकर , आम लोगों पर हमलावर होकर उनकी हत्या तक कर देते है ,, इन सब घटनाओं को रोकने और गोवंश के कल्याण , रख रखाव के लिए राजस्थान सरकार ने , पिछले बीस सालों में खरबों रूपये तो स्टाम्प टेक्स से वसूले हैं , कर्मचारियों की तनख्वाह , सेर सपाटे , गो सेवा आयोग , गोपालन मंत्रालय पर खर्च हुए है , लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री जी को ,, राजस्थान में चाहे भाजपा की सरकार रही हो , चाहे अभी वर्तमान में इसके पूर्व कांग्रेस की सरकार रही हों ,, राजस्थान ,में  गोवंश के संरक्षण के नाम पर , स्टाम्प ड्यूटी और अन्य माध्यमों से कितने अरब रूपये जमा किये फिर उक्त अरबों रूपये को , गोवंश संरक्षण के लिए किस किस मद में कैसे खर्च किये , और वोह खर्च जो बजट में बताया गया है , क्या भौतिक रूप से इतना खर्च हुआ भी है या उसमे करोडो करोड़ रूपये का भ्रष्टाचार हुआ है , दान दाताओं ने गोवंश संरक्षण के नाम पर कितने करोड़ों का दान दिया ,, किसी ने गुड़ तो किसी ने चारा , तो किसी ने गोशाला संचालन में मदद की , सोचने की बात है के जब राजस्थान में स्टाम्प गोसंरक्षण टेक्स करोड़ों  करोड़ रूपये नियमित रूप से वसूला जा रहा है , गोसंरक्षण , गोसेवा के नाम पर सरकार का खज़ाना भरा हुआ है , तो फिर यह रुपया गया कहाँ ,, किन किन मदों पर खर्च हुआ ,, क्या राजस्थान की जनता को  यह जानने का हक़ नहीं के राजस्थान में , गांयों के संरक्षण के लिए , स्टाम्प टेक्स और अन्य वसूलियों दान वगेरा से कितना रुपया आया , किस किस मद में कितना रुपया खर्च हुआ , गाँये गोशालाओं में प्रतिवर्ष कितनी आईं , कितनी गांयों की मृत्यु हुई , इसकेपीछे कारण क्या रहे , टेक्स वसूली और खर्च मामले में , कहीं भारी भरकम भ्रष्टाचार तो नहीं , आदरणीय प्रधानमंत्री महोदय ,, राजस्थान में गत बीस वर्षों में गांय के टेक्स के नाम पर अरबों अरब रूपये की वसूली , और इस वसूली गई राशि के ख़र्च सहित अन्य व्यस्थाओं के मामले में , आपकी ई डी , आपकी सी बी आई , को भेजिए , निष्पक्ष जांच करवाइये , और इस करोड़ों करोड़ , अरबों के गोसंरक्षण टेक्स और सेवा के नाम पर अगर भ्रष्टाचार निकलता है , तो ऐसे लोग चाहे कांग्रेस के हों , चाहे भाजपा के हों , उन्हें जेल तो भिजवाइए , ,अगर वाक़ई , ईमानदारी से , राजस्थान में गोसंरक्षक , गोभक्त है , गांय को माँ मानते हैं , वोह भी प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी से इस मामले में निष्पक्ष और निर्धारित समयावधि की जाँच की मांग उठाएं , ताकि गाँये के नाम पर , अगर कोई भ्रष्टाचार हुआ है , अगर गांय के नाम पर टेक्स वसूल कर , गांयों को सड़को पर लावारिस छोड़ा गया है , या फिर गोशालाओं में , गांय मर रही हैं , बेहिसाब मर रही हैं  तो उनकी हत्याओं का पाप किसके सर हो , इस मामले में सज़ा के लिए ज़िम्मेदार कोन है , यह तो सभी को पता लगना ही चाहिए ,,,, ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...