अनोखा प्रयास : देश की 28 राज्यों की महिलाओं ने दिया अंगदान महादान का संदेश
2. भारत की 28 राज्यों की महिलाओं ने,दिया अंगदान महादान संदेश
3. बहुत मेहनत से सफलता हासिल कर,भारत की 28 राज्यों की महिलाओं ने,दिया अंगदान महादान संदेश
स्वास्थ्य
एवं परिवार कल्याण मंत्रालय नई दिल्ली एवं भारत सरकार की ओर से 3 अगस्त को
भारतीय अंगदान दिवस घोषित किया गया है । इसी क्रम में राजस्थान सरकार की
अतिरिक्त मुख्य सचिव महोदया शुभ्रा सिंह ने 3 अगस्त से 17 अगस्त तक
राजस्थान में अंगदान पखवाड़े की शुरुआत की,जिसका मुख्य उद्देश्य है ,अधिक
से अधिक संख्या में लोग अंगदान महादान के बारे में पूरी जानकारी ले सकें और
अंगदान से संबंधित भ्रांतियों को दूर किया जा सके ।
अतिरिक्त
सचिव महोदया के आदेश अनुसार पूरे राजस्थान में सभी विभागों द्वारा अंगदान
महादान जागरूकता के कार्यक्रम किए जा रहे हैं,इसी क्रम में शाइन इंडिया
फाउंडेशन भी लगातार तीन अगस्त से ही अंगदान जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित
कर रहा था ।
अंगदान की
जागरूकता को देशभर में फैलने के उद्देश्य से, संभाग की एकमात्र संस्था शाइन
इंडिया जो नेत्रदान अंगदान और देहदान के लिए सम्मिलित रूप से पिछले 12
वर्षों से कार्य कर रही है, उन्होंने अंगदान महोत्सव को देश भर में मनाने
के लिए एक अनोखा कार्य किया ।
संस्था
सदस्यों ने प्रयास किया कि, क्यों ना भारत के सभी राज्यों से एक-एक महिला
को अंगदान की मुहिम में जोड़ा जाये ? जिससे पूरे देश में ही अंगदान के
प्रति लोगों की जागरूकता बढ़े, महिलाओं को इस मुहिम में लेने के पीछे
उद्देश्य यह भी था कि, एक महिला अपने पीहर और ससुराल में दो घर का नेतृत्व
करती है, इसके साथ ही यह भी पाया गया है कि, अंगों को दान कर किसी का भी
जीवन बचाने में महिलाओं का प्रतिशत पुरुषों से अधिक है। महिलाओं में
प्रारंभ से ही सेवा,ममता,दया,करुणा का भाव होता है,यही कारण है कि,वह किसी
भी तरह के दान में पीछे नहीं रहती है ।
*बहुत मेहनत के बाद मिली अंतिम तीन राज्यों में सफलता*
संस्था
सचिव डॉ संगीता गौड़ ने बताया कि,इस कार्य को आगे बढ़ाने में भी हमें
महिलाओं का ही सक्रिय रूप से योगदान मिल सका है,ज्योति-मित्र अनीता
नरूका,संगीता सिन्हा,याशु अग्रवाल,का काफी सहयोग रहा,सभी राज्यों से हमें
फोटो मुश्किल से 7 दिन में मिल चुके थे,परंतु मणिपुर,मिजोरम,मेघालय से फोटो
प्राप्त करना संस्थाओं के लिए बढ़ा मुश्किल हो रहा था,पर अंत में सभी
राज्यों से सहयोग मिल ही गया ।
संस्था
के अध्यक्ष डॉ० कुलवंत गौड़ ने बताया कि, भविष्य में नेत्रदान-अंगदान का
प्रतिशत बढ़ाने के लिए हम सभी को मिलकर अनवरत जागरूकता अभियान चलाने
होंगे,तब जाकर लोगों में ऐसे पुनीत कार्यों के प्रति समर्पण भाव आएगा ।
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