पांच
वर्ष से हर रोज़ गांय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने, गो संरक्षण कानून की
पत्र लिख कर मांग कर रहा हूँ , पांच साल पूरब की संकल्प पोस्ट हू बहू,,
केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार ने ,,हाल ही में पशु क्रूरता अधिनियम को
बैसाखी बनाकर ,,,एक नौसिखिया अधिसूचना जारी कर ,,देश में हड़कंप मचा दिया
है ,,ज़ाहिर है ,,नादाँ के हाथ में उस्तरा होगा तो वोह तो बिना अनुभव के ऐसी
ही मूर्खतापूर्ण हरकते करेगा ,,जो सर्वमान्य न हो और फिर खुद बैकफुट पर
आना पढ़े ,,निश्चित तोर पर यह अधिसूचना ,,विधिविभाग ने प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी से अप्रूव नहीं कराई होगी ,, वरना इसमें राष्ट्रव्यापी मिजाज़
को ध्यान में रखकर संशोधन ज़रूर होता ,,खुद राष्ट्रपति महोदय ने इस
अधिसूचना पर हस्ताक्षर करने के पहले अपने विधि विभाग विशेषज्ञों से इस पर
राय ली होती तो यह बखेड़ा खड़ा नहीं होता ,,दोस्तों में पशु क्रूरता के खिलाफ
हूँ ,,में गोवध के खिलाफ ,,गो संरक्षण के पक्ष में हूँ ,,राष्ट्रिय गो
संरक्षण क़ानून ,,बनाने के मामले को लेकर ,,में खुद आदरणीय प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी को सो से भी अधिक पत्र लिख चुका हूँ ,,उनके ई मेल पर ,ज्ञापन
भेजे है ,,पी जी ग्रीवेंसेस पर भी यह शिकायत सुझाव भेजे है ,,,मेरी फेसबुक
पर ,, को अधिकृत रूप से राष्ट्रमाता घोषित करने ,,इनके पालन ,,रख रखाव ,,
संरक्षण को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव है ,,गांय का अंतिम संस्कार पुलिस
अधिकारी की उपस्थिति में हो ताकी चमड़े व् अन्य चीज़ो का व्यापार न हो ,गो
हत्या पर मृत्युदंड हो ,गांय के क्रय विक्रय के व्यापार पर प्रतिबंध हो
,,गोशालाओ का निर्माण हो ,,देश की सभी होटलों में बीफ प्रतिबंधित हो ,,उनके
लाइसेसं निरस्त किये जाए ,ऐसे अनगिनत सुझावों में से कुछ सुझाव इस
अधिनियम में शामिल किये गए है ,,दोस्तों यह अधिसूचना गौ भक्तों को धोखा
देने ,,उन्हें गुमराह करने के लिए जारी की गयी है ,,वर्तमान में गो संरक्षण
की राष्ट्रव्यापी मांग है ,,देश भर में सिर्फ राष्ट्रिय गो संरक्षण क़ानून
,,बनाकर विशिष्ठ प्रावधानों के तहत इसे लागू अगर किया जाता तो किसी को
ऐतराज़ न होता ,,,देश में कुछेक शरारती तत्व जो सभी पार्टियों में है उनके
अलावा कोई भी गौ मांस नहीं खाना चाहता ,,गो हत्या या फिर प्रताड़ना नहीं
करना चाहता ,,लेकिन जो लोग गांय का दूध निकाल कर उसे सड़को पर भूखा प्यासा
छोड़ देते है ,ऐसे लोगो के खिलाफ भी गैर ज़मानतिय अपराध बनाया जाना चाहिए
,,जब खुद दूध निकालने वाला मालिक अपनी गांय का संरक्षण कर लेगा तो विवाद ही
खत्म हो जाएगा ,,देश के शहरों में ,,गावो में गौ वंश के उत्पात और इनके
सडको पर रहने से बेहिसाब मोते ,बेहिसाब दुर्घटनाये हुई है ,,अभी भी वक़्त है
केंद्र फिर से खुल कर गौ संरक्षण के लिए सामने आये ,,पशु क्रूरता क़ानून के
नाम पर ,अधिसूचना के पीछे चालबाज़ियों के तहत अपना चेहरा न छुपाये ,,हिम्मत
करे ,,,देश में एक मुश्त ,,गौ संरक्षण के लिए ,,राष्ट्रिय गोवंश संरक्षण
क़ानून बनाये ,,जिसमे देश के किसी भी कोने में किसी भी होटल में ,,गौ मांस
प्रतिबंधित हो ,,गांय के चमड़े ,,सीघ ,हड्डियों ,,बालों के व्यापार पर भी
रोक हो ,,गांय को मृत्यु के बाद सड़को पर छोड़ने ,,इनकी खाल नोचकर इनके मांस
को चील कौवों को खिलाने की जगह ,,इसका अंतिमसंस्कार का भी क़ानून हो ,,गांय
के रखरखाव में लापरवाही बरतने वालों को कठोर सज़ा का प्रावधान और गांय की
हत्या ,,गांय का मांस खाने वालों के खिलाफ कमसे कम मृत्यु दंड का प्रावधान
हो ,,मेरे इन सुझावों के साथ कई सुझाव आदरणीय मोदी सर के पास है ,,मेरे पास
उनका एक्नॉलेजमेंट भी है ,,कार्यवाही चल रही है ,, इसका पत्र भी है
,,लेकिन मेने ख़्वाबों में भी नहीं सोचा था ,,के गांय के नाम पर राजनीति
होगी ,,गौ संरक्षण क़ानून की पैरवी को ताक में रखकर ,,पशु क्रूरता क़ानून में
अपना मुंह छुपा कर कायराना सियासत कर इसे विवादित किया जायेगा ,,अरे
ओरीजनल गौ भक्तो ,,जागो ,,आदरणीय प्रधानमंत्री साहिब और केंद्र सरकार पर
दबाव बनाओ ,,गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए ,,सिर्फ और सिर्फ ,,राष्ट्रिय गौ
संरक्षण क़ानून बनाया जाए ,,जो सिर्फ और सिर्फ गौ रक्षा के प्रति ही
समर्पित ,,,इसी पर फोकस हो ,,,क्या आप लोग इन चालबाज़ियों के खिलाफ ,,एक
पत्र ,,,सिर्फ एक पत्र ,,आदरणीय पधानमंत्री महोदय को लिखकर ,,राष्ट्रिय गौ
संवर्धन और गौ रक्षा क़ानून बनाने की मांग कर सकेंगे जिसमे मेरे सुझावों के
साथ ,,बहुउद्देशीय ,,अन्य लोगो से भी सुझाव प्राप्त कर बहतरीन क़ानून
बनाया जाए ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
18 जून 2022
पांच वर्ष से हर रोज़ गांय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने, गो संरक्षण कानून की पत्र लिख कर मांग कर रहा हूँ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)