यह जो हार्दिक पटेल है ना , अगर कांग्रेस कल्चर में से तलाशते , तो यह गलती हरगिज़ नहीं होती , अब हमें ऐसी खोजें बंद करना होंगी , हमारे अपनों में से ही , हमें अब , लीडर बनाना होंगे ,वोह भी एक ही व्यक्ति को बहुत सारी ज़िम्मेदारियाँ नहीं , सिर्फ एक एक ज़िम्मेदारी एक शख्स को ताकि सभी को ज़िम्मेदारियाँ मिलें , काम करने का मौक़ा मिले, और जिनकी जमानतें बार बार ज़ब्त हुई है , उन्हें तो संगठन के कामकाज से अलग ही रखें तो बेहतर होगा ,, अख्तर
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
21 अप्रैल 2022
यह जो हार्दिक पटेल है ना
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