जिला कलेक्टर साहब शीला चौधरी रोड से कब हटेंगे अतिक्रमण!!!!!!
अतिक्रमण निरोधक दस्ते की आंखें बंद
हर दिन बढ़ता अतिक्रमण
प्रशासन का ध्यान ही नहीं
हर 20-25 मिनट में लगा रहता है जाम
अंजू कमल शर्मा
कोटा। कोटा शहर के मुख्य रास्तों में शुमार तलवंडी स्थित शीला चौधरी रोड दिनोंदिन अतिक्रमण की बाढ़ से एक छोटी सी सकरी गली के रूप में नजर आने लगा है नए बढ़ती नव निर्माण अपनी जमीन से 18 से 20 फीट आगे बढ़ कर निर्माण करा रहे हैं वही जो पूर्व में निर्माण करा चुके वह भी अवैध रूप से आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं हर दिन अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है अतिक्रमण निरोधक दस्ता जाने कहां खो गया है वहीं प्रशासन का भी ध्यान नहीं है जिसके चलते शीला चौधरी रोड पर हर 20-25 मिनट में जाम लगा रहता है।
कोटा शहर के व्यस्ततम मार्ग शीला चौधरी रोड पर नित्य नए निर्माण हो रहे हैं जो नियम कायदों को ताक में रखकर अतिक्रमण में व्यस्त हैं 100 फीट की सड़क 10 फीट में तब्दील हो गई है जिसके चलते वाहन रिंग रिंग कर चलते हैं वही जाम लग जाने पर 15 से 20 मिनट इंतजार में वाहन चालकों को गुजरने पर मजबूर होना पड़ता है।
शीला चौधरी रोड की हालत यह है कि कई हॉस्पिटल बन गए हैं कई होटल्स बन गई है कई रेस्टोरेंट बन गए हैं जबकि यह रिहायशी इलाका है लेकिन नगर निगम एवं नगर विकास न्यास और जिला प्रशासन मूकदर्शक नित्य नए निर्माणों को अतिक्रमण करते हुए देख रहे हैं।
कुछ मकान आज भी सीमा में तो कुछ हद से काफी आगे
शीला चौधरी रोड पर सिर्फ सुराणा हाउस एवं 2-4 अन्य मकान है जो अपने निर्धारित सीमा में है उसकी अतिरिक्त जितने भी अधिकांश निर्माण है वह सभी अवैध रूप से सड़क को कम कर अतिक्रमण कर बनाए गए है
रिहाइश इलाके में कमर्शियल बिल्डिंग
शीला चौधरी रोड रिहायशी इलाका है लेकिन क्षेत्र के निवासियों एवं व्यापारियों ने इसे कमर्शियल में तब्दील सा कर दिया गया है ना सरकार को राजस्व प्राप्त हुआ है ना सरकार ने इसे कमर्शियल लैंड में तब्दील किया है ऐसे में जितनी भी कमर्शियल बिल्डिंग है इस क्षेत्र की वह सारी अवैध रूप से है वही अपनी भूमि पर जितना भी क्षेत्र में बनी है वह अपने क्षेत्र से ज्यादा क्षेत्र में बनाई हुई है किसी ने छज्जे निकाले हैं तो किसी ने झरोके तो किसी ने जनरेटर तक सड़क पर ही रख दिए हैं।
हर 10-15 मिनट में जाम
शीला चौधरी रोड की हालत यह है कि हर 10-15 मिनट में जाम छलक जाता है अतिक्रम्य द्वारा अपने मकानों के आगे पहले ही चनों के भाव बिकी हुई है वही अपने दुकानें भी सड़क की सीमा में लगा दी है जिसके चलते सड़क से खड़ी हो गई है वहीं वाहन भी सड़क पर ही खड़े कर दिए जाते हैं ऐसे में दो वाहनों का निकलना भी दूभर हो जाता है।
यातायात पुलिस भी आंखें मूंदे
पता नहीं यातायात पुलिस की आंखें शीला चौधरी रोड पर बंद क्यों है, यातायात पुलिस के साधन भी उधर से निकलते हैं वहीं थाना अधिकारी एवं यातायात पुलिस की गाड़ियां भी उधर से निकलती रहती हैं लेकिन कभी भी शीला चौधरी रोड पर यातायात पुलिस ने वाहनों को नहीं उठाया जो सड़क पर खड़े रहते हैं आखिर माजरा क्या है यह भी आज तक समझ में नहीं आया है यातायात पुलिस का कि वह शीला चौधरी रोड पर नजरें इतनी इनायत क्यों कर रखी है
नगर निगम अतिक्रमण दस्ता भी अनजान सा
नगर निगम अतिक्रमण दस्ता भी बना हुआ है लेकिन उसने भी कभी शीला चौधरी रोड पर अतिक्रमण हटाने की जरूरत महसूस नहीं की आखिर अतिक्रमण यों को नगर निगम एवं नगर विकास न्यास प्रशासन कब हटाएगा और रास्ते को थोड़ा करेगा यह तो भविष्य के गर्त में है
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