छोटे से देश पेरू की राजधानी लीमा से भी हम सबक़ नहीं ले सकते , वहां के लाखों लाख लोग , महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध जता रहे है , पेरू के राष्ट्रपति इसे कुचलने के लिए , शूट एंड साइट का ऑर्डर देकर , कर्फ्यू लगा दिया , लेकिन फिर भी , लाखों लाख लोगों के विरोध प्रदर्शन से सड़क जाम हो गयी , कर्फ्यू के आदेश महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन में बे मानी हो गए , और यहां हम महंगाई के खिलाफ नहीं लड़ रहे है , आपस में ही हमे हिन्दू , हमे मुसलमान , बनाकर लड़ाया जा रहा है , ताकि महंगाई बढ़ाने वाले , विश्व के दसवें अमीर बनने वाले , ,हमे बाँट कर , खूब मज़े से कमा भी सकें , शासन भी चला सकें , और फिर इलेक्शन में ,भूखे पेट , बेरोज़गारी , भुखमरी , गरीबी के बाद भी , छद्म प्रचार से शासन में आ सकें ,, अख्तर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)