पेट पर चर्बी ना आए करें कुछ ऐसे उपाय- डॉ वितुल खंडेलवाल कोटा ।अक्सर हम कई लोगों को अपने आसपास देखते हैं जो फिट होते हैं लेकिन पेट पर फिर भी चर्बी जमा होती है पेट पर जमी यह चर्बी भारतीय लोगों में अधिक होती है जिसे सेंट्रल ओबेसिटी या बैली फैट के रूप में जाना जाता है शरीर के मध्य भाग मैं जमी यह चर्बी हार्ड अटैक हाई ब्लड प्रेशर टाइप टू डायबिटीज ,यूरिन इन्फेक्शन, कैंसर आदि के लिए बहुत हद तक जिम्मेदार है। आखिर हम ऐसा क्या करते हैं जो पेट के आसपास की चर्बी को बढ़ा देता है। 1) रात का खाना 7:00 बजे तक = अगर रात का खाना समय पर खा लिया जाए तो यह भी मोटापे को दूर करने में सहायक होता है क्योंकि खाने और सोने के बीच कम से कम 3:30 घंटे का अंतराल होना आवश्यक है डॉ वितुल खंडेलवाल ने बताया की रात में कैलोरी बर्न होने में अतिरिक्त समय लगता है इसलिए सोने से पहले यह खाना हजम हो जाए इस तरह का अपना दिनचर्या बनाएं। 2) जब मन हुआ जब खाना ऑर्डर करना= अपने दोस्तों के साथ घर पर बैठे हैं पढ़ रहे हैं कोई सेलिब्रेशन कर रहे हैं तो बाहर जाकर किसी रेस्टोरेंट में भले ही ना खा रहे हो लेकिन अपने फोन में मौजूद फूड ऐप से पिज्जा बर्गर बिरियानी ऑर्डर कर लेते हैं ऐसा करके आप ज्यादा खाने में लेते हैं घर में पसंद की सब्जी नहीं बनी है तो फिर अपनी पसंद की खाना घर पर ही ऑर्डर कर लेते हैं ऐसा करना भी बहुत ज्यादा नुकसानदायक है डॉ वितुल खंडेलवाल ने बताया कि अकेले व्यक्ति को पूरे दिन में लगभग 1200 कैलोरी की जरूरत होती है लेकिन समूह में खाने की वजह से वह लगभग से दुगनी कैलोरी ग्रहण कर लेता है जो कि बहुत ज्यादा नुकसानदायक है । 3) सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग= मोबाइल की स्क्रीन को स्क्रोल करते हुए घंटों कब बीत जाते हैं पता ही नहीं चलता है लेकिन इसका असर पेट पर जमा चर्बी के रूप में होता है डॉ वितुल खंडेलवाल ने यह साबित करते हुए कहा कि देर रात तक बिस्तर पर लेटे लेटे फोन चलाने मात्र से ही फोन की नीली रोशनी नींद में बाधा डालती है और नींद ना पूरी होने से मेटाबॉलिक रेट कम होना शुरू होती है और सेहत के लिए नुकसानदायक चीजें खाने की इच्छा होती है यह भविष्य में मोटापे एवं पेट की चर्बी को बढ़ाने में सहायक होती है। 4) टीवी , मोबाइल देखते देखते व बातचीत करते हुए खाना= जब हम भोजन करते हैं उस समय अगर हमारा ध्यान भोजन करने के अलावा यदि किसी और चीज पर है तो हमारे मुंह की लार ग्रंथियां स्रावित नहीं होती हैं और हम खाने को अच्छी तरह चबाकर नहीं खाते हैं जिसकी वजह से हमारा खाना बिना अच्छी तरह चबाये ही पेट में चला जाता है और क्योंकि पेट में दांत नहीं होते हैं इसलिए दांतो का काम आंतो को करना होता है डॉ वितुल खंडेलवाल ने बताया यही सबसे बड़ा कारण है जिससे कि हमारे पेट की चर्बी बहुत तेजी से बढ़ती है। 5) तृप्ति जींस थ्योरी है चर्बी का मुख्य कारण= इस जींस में यह शक्ति होती है कि यह अतिरिक्त भोजन को शरीर में जमा करके रखता है डॉ वितुल खंडेलवाल ने बताया कि ऐसे में जब हम अतिरिक्त भोजन आवश्यकता से अधिक ग्रहण कर लेते हैं तो यह चर्बी के रूप में पेट के आसपास एवं हमारी जांघों एवं हमारे कमर के निचले भाग में जमा होता चला जाता है इसलिए हमें एक बार में खाना कम खाना है और टुकड़ों में खाना है खाना खाने से आधा घंटा पहले भरपूर मात्रा में सलाद का उपयोग करना है गेहूं की रोटी की जगह मिक्स आटे की रोटी का उपयोग करना है अधिक से अधिक सब्जी एवं दालों का उपयोग करना है भूख से एक रोटी हमेशा कम ही खानी है यदि बाहर खाने के लिए जाना पड़े तो उस दिन घर पर खाना बिल्कुल भी ना लें सिर्फ सलाद एवं फलों ही खाएं। 6) तेज रफ्तार जिंदगी= काम को समय पर या जल्दी पूरा करने के लिए हम खाना खड़े-खड़े या चलते-चलते या बहुत जल्दी जल्दी खाते हैं नाश्ता छोड़ देते हैं देर रात तक जागते हैं इसलिए डॉक्टर विपुल खंडेलवाल ने यह बताया कि धीरे-धीरे खाना खाने वाले लोग जल्दी जल्दी खाना खाने वालों से 66 कैलोरी कम लेते हैं ऐसे में हम दिन भर में 3 बार मुख्य रूप से भोजन करते हैं तो लगभग 200 कैलोरी प्रतिदिन ज्यादा ग्रहण कर लेते हैं और यही वह सबसे बड़ा कारण है कि हमारी पेट की चर्बी जो आती तो बहुत जल्दी है लेकिन उसको वापस से जाने में बहुत लंबा समय लग जाता है और यही वह चर्बी है जो कि हमारे इम्यून सिस्टम, हमारी रजिस्टेंस पावर, हमारी विल पावर और हमारी सेल्फ डिफेंस पावर को कमजोर बनाती चली जाती है। 7) मात्रा पर नियंत्रण रखें= हम अधिकतर जिस पैकिंग में स्नैक्स या नमकीन इत्यादि लेकर आते हैं उसी में खाने लग जाते हैं ऐसा करने से अक्सर ओवरहीटिंग करते हैं यही वह सबसे बड़ा कारण है कि हमें खाने का अंदाज नहीं रहता और हम उस पैकेट को खत्म करने के चक्कर में पूरा पैकेट ही बिना भूख के खा लेते हैं। डॉ वितुल खंडेलवाल ने बताया कि उदाहरण के तौर पर सीधे पैकेट से खाने पर आप ज्यादा मात्रा में खाएंगे इसलिए प्लेट में सही मात्रा में लेकर आराम से खाएं बड़े कंटेनर के बजाय छोटी प्लेट में लेकर खाएं जिससे सही मात्रा में आप खा सकेंगे। अंत में डॉ वितुल खंडेलवाल ने बताया कि हम जिस हिसाब से पूरे दिन में मेहनत करते हैं उसके हिसाब से हमें लो कैलोरी ऑर्गेनिक फूड यानी कि ऑर्गेनिक फार्मूला वन शेक , पर्सनलाइज्ड प्रोटीन पाउडर, मल्टीविटामिन टेबलेट, एलो प्लस टेबलेट अपने नाश्ते एवं खाने में शामिल कर ली जाएं और पीने में कंगन एल्कलाइन पानी का उपयोग किया जाए तो मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि आपकी पेट की चर्बी आजीवन नियंत्रण में रहेगी एवं आप आने वाले कोई भी बैक्टीरियल एवं वायरल इंफेक्शन एवं मोटापे से होने वाली सभी तरह की बीमारियों से अपने इम्यून सिस्टम को बढ़ाकर जीवन को पूरी तरह से सुरक्षित एवं स्वस्थ बने रहकर डॉक्टर जी एवं मेडिसिन फ्री लाइफ बनाए रखने में सफल हो सकेंगे।
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