शहर में एक घंटे में ,चार नेत्रों का हुआ संकलन
शाइन
इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्रों की सूचना पर शहर में 1 घंटे के दौरान
दो पुण्य आत्माओं के नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न हुआ ।
दोपहर
3 बजे वल्लभबाड़ी,निवासी श्री अनिल जी नानावटी (55 वर्ष) का घर पर ही
हृदयाघात आ जाने से आकस्मिक निधन हुआ, अचानक हुई इस घटना से,न सिर्फ घर पर
बल्कि, पूरे कोटा शहर में शोक की लहर आ गयी । अनिल जी बहुत ही
सेवाभावी,धार्मिक प्रवृत्ति के मिलनसार व्यक्तित्व थे। उनके निधन की सूचना
मिलते ही, शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र संजय जैन और लायंस क्लब
इंटरनेशनल के पूर्व संभागीय अध्यक्ष आदर लुंकड़ ने नेत्रदान करवाने के लिए
अनिल जी की पत्नि शिवानी,पिताजी अशोक जी और भाई अक्षय से नेत्रदान करवाने
की सहमति ली । सहमति मिलते ही टेक्नीशियन टिंकू ओझा जी और ज्योतिमित्र
धर्मेंद्र ओझा जी ने नेत्रदान की प्रक्रिया को घर पर ही संपन्न किया ।
अनिल
जी के नेत्रदान प्रक्रिया के दौरान ही संस्था के ज्योति मित्र मुकेश
अग्रवाल जी के करीबी रिश्तेदार रामपुरा निवासी श्रीमती रुकमणी देवी कसेरा
(74 वर्ष) के आकस्मिक निधन की सूचना भी प्राप्त हुई,इस पर मुकेश जी ने
रुकमणी जी के बेटे शिवकुमार से माताजी के नेत्रदान की चर्चा की सहमति मिलते
ही रामपुरा मुक्तिधाम में नेत्रदान की प्रक्रिया को समाज के लोगों के बीच
में ही पूरा किया गया ।
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