अंत समय में पोतों ने करवाया दादी का नेत्रदान
पोतों के सहयोग से हुआ दादी मां का नेत्रदान
वल्लभ
बाड़ी निवासी स्वर्गीय श्री प्रकाश लोढ़ा जी की धर्म पत्नि श्रीमति तारा
बाई लोढ़ा जी (80 वर्षीया) का आज तलवंडी के निजी अस्पताल में निधन हो गया।
इनके बेटे अशोक लोढ़ा जी के निधन के उपरांत,बहु पुष्पा, दोनों पोतों विभोर
और अर्पित ने दादी जी की सेवा की।
आज
उनके अंत समय आने पर दोनो भाइयों ने निश्चय किया की दादी मां का नेत्रदान
का पुनीत कार्य करवाना चाहिए । विभोर शाइन इंडिया फाउंडेशन के साथ काफी
समय से नेत्रदान जागरूकता के लिए कार्य कर रहे हैं, उन्होंने तुरंत दादी के
नेत्रदान के लिए डॉ कुलवंत गौड़ को संपर्क किया,जिसके उपरांत ईबीएसआर के
टेक्नीशियन के सहयोग से उनके निवास पर ही नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न
हुआ ।
विभोर जी का कहना
है कि, दादी मां प्रारंभ से ही ईश्वर भक्ति और साधु संतों की सेवा में
विश्वास रखा करती थी, हमें सुकून है कि,दादी मां की आंखों से 2 दृष्टिहीन
लोगों की आंखों में रौशनी आ सकेंगी, नैत्रदान के कार्य से उनका निश्चित ही
मोक्ष प्राप्त होगा।
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