जिला प्रशासन द्धारा देहदानी परिवार का घर जाकर किया सम्मान
प्रशासनिक अधिकारीयों ने घर जाकर,देहदानी परिवार का किया सम्मान
अतिरिक्त जिला कलेक्टर देहदानी परिवार के घर पहुँचे,परिवार का किया सम्मान
बीते
दिनों,शनिवार को बारां जिले के समरानिया कस्बा निवासी श्रीमती कमला बाई
जैन का निधन हुआ । उसके उपरांत परिजनों की सहमति से नेत्रदान देहदान का
कार्य संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से संपन्न हुआ था ।
कमलाबाई
जी बहुत ही धार्मिक,सरल स्वभाव व सामाजिक कार्यों में रुचि रखने वाली
महिला थी । शादी के बाद काफी जल्दी ही उनके पति श्री महावीर जी जैन का निधन
हो गया था,उसके बाद भी उन्होंने अपनी तीनों बेटियों पदमा, कुसुमलता व शोभा
और एक बेटे अजीत को पढ़ाया लिखा है और सभी सामाजिक जिम्मेदारियां निभायी ।
पिछले
कई सालों से लगातार समाचार पत्रों में नेत्रदान देहदान के बारे में पढ़ते
रहने से,कमला जी ने भी अपना देहदान करने का मन बना लिया,और अपनी कोटा रह
रही बेटी कुसुम के माध्यम से शाइन इंडिया का देहदान संकल्प पत्र मंगवा कर
भर दिया।
अब जब कमला जी का
देहदान सम्पन्न हुआ,तो संस्था सदस्यों ने जिला प्रशासन,बारां को अनुरोध
किया कि,शोकाकुल परिवार का प्रशासनिक अधिकारियों द्धारा घर जाकर सम्मान
किया जा सके । संस्था सदस्यों के अनुरोध पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर श्री
ओमप्रकाश बैरवा,उपखंड मजिस्ट्रेट श्री सौरभ मल्होत्रा,ब्लॉक सीएमएचओ आरिफ
हुसैन ने बारां से 4 km दूर, समरानीया स्थित उनके घर जाकर परिवार की तीनों
बेटियों व बेटे का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया ।
अतिरिक्त
जिला कलेक्टर श्री बैरवा जी ने कहा कि, इतने छोटे से कस्बे से देहदान का
होना,परिवार का देहदान के प्रति बढ़ती जागरूकता को बताता है । यह सत्य है
कि,यदि आमजन को नेत्रदान या देहदान के बारे में संपूर्ण जानकारी व अंत समय
में किस तरह से यह कार्य पूरा होगा,उसके बारे में पूरी जानकारी हो तो,स्वतः
ही लोग आगे आकर सामाजिक कार्य में मदद करने लगेगें ।
शाइन
इंडिया फाउंडेशन संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए ब्लॉक सीएमएचओ आरिफ़
जी ने कहा कि देहदान के लिये संकल्पित माताजी की अंतिम इच्छा को पूरा करने
के लिए शाइन इंडिया का योगदान प्रेरणादायक व प्रशंसनीय है । इन्होंने
तुरंत ही सारी तैयारी पूरी कर माताजी की इच्छा अनुसार उनकी मृत देह को
चिकित्सकों को पढ़ने के लिए मेडिकल कॉलेज झालावाड़ में दान करवा दिया ।
एसडीएम
साहब श्री मल्होत्रा जी ने कहा कि देहदान जैसे पुण्य कार्यों को बढ़ावा
देने के लिए संस्थाओं को लगातार जागरूकता अभियान चलाने होंगे, इस कार्य के
लिए संस्थाएं यदि प्रशासनिक तौर पर कोई सहयोग चाहती हैं तो वह भी पूरा किया
जाएगा ।
संस्था के साथ
काफ़ी समय से कार्य कर रहे टिंकू ओझा का कहना की,वह स्वयं यहां के निवासी
हैं, गाँव के लोगों को सही जानकारी न होने के कारण वह इस तरह के सामाजिक
कार्यों में रूचि रखने के बावजूद,सही निर्णय नहीं ले पाते हैं। कमला देवी
जी के परिवार ने देहदान का कार्य करके समाज और ग्रामीण क्षेत्रों के लिये
एक नई मिसाल पेश की है।
कमलाबाई
जी के देहदान के पीछे इनकी तीनों बेटियों पदमा अग्रवाल,कुसुमलता जैन,शोभा
जैन,का पूरा सहयोग रहा, जिन्होंने न सिर्फ अपने भाई अजीत को इस पुनीत कार्य
के लिए तैयार किया, बल्कि समाज और करीबी रिश्तेदारों को भी इस पुनीत कार्य
में सहयोग करने के लिए तैयार कर लिया ।
बेटी
पद्मा ने कहा कि,आज हमारी माता जी के देहांत हुए 3 दिन हो चुके हैं,परंतु
जिस तरह का पुण्य कार्य हुआ है ,उससे हमें यह एहसास भी नहीं होता कि, माता
जी हमारे बीच में नहीं है । हम तीनों बहनों का यही प्रयास रहेगा कि,
नेत्रदान व देहदान हमारे परिवार में परंपरा की तरह शामिल हो ।
शाइन
इंडिया फाउंडेशन की संस्थापक डॉ कुलवंत गौड़ का भी कहना है कि,वह पिछले 1
वर्ष में हाड़ौती संभाग से 150 से अधिक लोगों के देहदान संकल्प पत्र भरवा
चुके हैं,यह वह लोग हैं,जिन्होंने पूरे परिवार सहित बैठकर अच्छे से देहदान
के बारे में सारी प्रक्रिया को समझा है ,उसके उपरांत इन्होंने देहदान का
संकल्प किया है। हमने जाना है कि,देहदान के बारे में यदि पूरी जानकारी
अच्छे से परिवारों को दी जाये तो देहदान के लिए उनका तैयार होना थोड़ा आसान
हो जाता है । संस्था का प्रयास है कि आगामी वर्ष में हाड़ौती संभाग से
अधिक से अधिक देहदान हो सके ।
सम्मान के दौरान परिवार के दामाद श्याम गर्ग,मुकेश गोयल सहित उनके नाती पोते अंकित, आशीष व अतिक्षा जैन भी मौजूद थे ।
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