त्रदानी के श्रद्धाजंलि समारोह में दान में मिले,10 नेत्र,1 देहदान संकल्प।
श्रद्धांजलि समारोह में 200 लोगों के बीच नैत्रदान जागरूकता कार्यशाला
बीते
दिनों न्यू कॉलोनी,बूँदी निवासी स्व० विजय गुरबानी के आकस्मिक निधन के
उपरांत परिजनों ने सहमति करके उनका नेत्रदान संपन्न कराया था, उस समय,वहाँ
उपस्थित लोगों को यह शंका थी कि,नेत्रदान में शायद पूरी आँख लेते हैं,और इस
कारण चेहरे पर कोई विकृति भी आती होगी ।
परंतु
जो भी लोग नेत्रदान प्रक्रिया में उपस्थित थे,उन्होंने देखा कि नेत्रदान
की प्रक्रिया सिर्फ 10 मिनट में पूरी हो जाती है,और इस प्रक्रिया में चेहरे
पर किसी भी तरह की विकृति नहीं आती है ,ना ही इस दौरान कोई रक्त बाहर आता
है । यह प्रक्रिया घर,मुक्तिधाम या अस्पताल में की जा सकती है ।
नेत्रदान
के बारे में अधिक से अधिक लोग जान सके, इस उद्देश्य से स्व० विजय गुरबानी
के भतीजे सोनू गुरबानी ने, संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन को अनुरोध किया
कि,विजय जी के तिए की बैठक होती है,उसमें नेत्रदान जागरूकता शिविर का आयोजन
भी रखा जाए । जिससे शोकाकुल परिवार के सदस्यों के साथ साथ श्रद्धांजलि सभा
में आने वाले सभी लोगों को नेत्रदान के बारे में पूरी जानकारी मिल सके ।
इसी
क्रम में,तिये के बैठक के दौरान नेत्रदान जागरूकता शिविर का आयोजन भी किया
गया ,जिसमें 5 लोगों ने नेत्रदान व एक व्यक्ति ने देहदान की घोषणा की है ।
इसी दौरान शाइन इंडिया फाउंडेशन के द्वारा नैत्रदानी परिवार के सदस्यों का
समाजसेवी व पूर्व रोटरी क्लब बूंदी के अध्यक्ष श्री के सी वर्मा जी द्वारा
सम्मान किया गया ।
नेत्रदान
जागरूकता शिविर की सराहना करते हुए सोनू गुरबानी जी ने कहा की नेत्रदान का
कार्य परिवार के शोक को तो कम करता ही है,साथ में हमको यह भी सुकून देता
है कि हमारे मृत परिजन किन्हीं दो दृष्टिहीन व्यक्तियों की आँख में रोशनी
बनकर हमेशा के लिये जीवित है ।
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