शिक्षक दंपतियों ने शिक्षक दिवस पर लिया नेत्रदान संकल्प
कृष्णा
नगर ,कोटा निवासी पुरुषोत्तम शर्मा 'राजोरा' एवं अंजू शर्मा ने शिक्षक
दिवस के अवसर पर नेत्रदान का संकल्प भरकर शाइन इंडिया फाउंडेशन को सौंपा ।
राजकीय
उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय में सेवारत अंजू शर्मा कहना है कि,जीवित
रहते हम अपनी सामर्थ्य अनुसार दान पुण्य करते ही रहते है,परन्तु मृत्यु के
बाद यदि हमारे मृत शरीर का नैत्रदान हो जाये,तो इससे पुनीत कार्य कोई नहीं
हो सकता हैं ।
पुरषोत्तम
जी जगपुरा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्य
कर रहें है। अपने अध्ययन कार्य के अलावा वह काफ़ी समय से उपभोक्ता संरक्षण व
समाज सुधार के कार्यों से जुड़े हुए है । वर्तमान में सॉफ्ट स्किल पर भी
काफ़ी कार्यशालायें आयोजित कर चुके हैं । नैत्रदान के विषय पर इन्होंने कहा
है कि,मृत्यु के बाद शरीर को घर वाले ही जब 10 मिनट से ज्यादा नहीं रखते
है,उसको बेकार मानते हुए तुरंत अग्नि के हवाले करने की तैयारी करते हैं ।
ऐसे में यदि समय रहते हमारी आँखों का दान हो जाये,तो न सिर्फ़ हम किसी की
आँख में जीवित रह सकेंगे, बल्कि हमारा यह मनुष्य जन्म भी किसी के काम आ
सकेगा ।
नैत्रदान संकल्प के
दौरान इनकी दोनों बेटियाँ वैदेही, चारवी व बेटा सार्थक के साथ 95 वर्षीया
माता जी जानकी बाई शर्मा,भी मौजूद थी। शर्मा जी के 7 साल के सार्थक ने
संस्था सदस्यों को कहा कि,जब भी ऐसा समय आएगा,मैं यह नेक काम जरूर पूरा
करूँगा।
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