सूरए अल इखलास मक्का में नाजि़ल हुआ और इसकी 4 आयतें हैं
ख़ुदा के नाम से (शुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है
(ऐ रसूल) तुम कह दो कि ख़ुदा एक है (1)
ख़ुदा बरहक़ बेनियाज़ है (2)
न उसने किसी को जना न उसको किसी ने जना, (3)
और उसका कोई हमसर नहीं (4)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
31 अगस्त 2021
ख़ुदा बरहक़ बेनियाज़ है
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