असद यानी एक शेर दिल निर्भीक शख्सियत , , यानि मज़लूम लोगों को ज़ालिमों से हिफाज़त करने की ताक़तवर शख्सियत , अनवर ,यानि रौशनी , इंसानियत की रौशनी , लोगों की ज़िंदगी को अंधरे से उजाले में बदलने की रौशनी , जी हाँ आज ऐसी शख्सियत , साहिबज़ादे असद अनवर बनास स्टोन वालों की सालगिरह , जन्म दिन है , उन्हें , लम्बी उम्रदराज़ी , सह्तयाबी , खुशहाली , कामयाबी , तरक़्क़ी , और लोगों की मदद में इसी तरह , इज़ाफ़ा दर इज़ाफ़ा , मददगार बने रहने की बेशुमार दुआओं के साथ ,उन्हें मुबरकबाद , बधाई ,, ,, टोंक के साहिबज़ादे , मेजर अनवर साहिब के फ़रज़न्द , साहिबज़ादे अनवर , ने लोगों को बता दिया है , के खुद ही को कर बुलंद इतना , के हर तक़दीर से पहले , खुदा बंदे से पूंछे बता तेरी रज़ा किया है , उनकी महनत , लगन , व्यवसाय की समझ , कुशल प्रबंधन , सियासी समझ , सामाजिक दयानतदारी ने उन्हें एक कामयाब उधमी , लोगों के दिलों पर राज करने वाली हर दिल अज़ीज़ शख्सियत बना दिया है , हर साल , हिन्दू ,, मुस्लिम त्योहारों छतीस क़ौमों , हर समाज के ज़रूरत मंद की , मदद करने वाले , असद अनवर का हर गली , हर मोहल्ले में , चाहने वाले है , इसीलिए , किसी भी इंतखाब चुनाव के वक़्त , ऐसे सभी लोग , उनके चहेते असद ,अनवर के इशारे के इन्तिज़ार में रहते है , और असद अनवर के इशारे के बाद , यक़ीनन , इनके अपने क्षेत्र झालावाड़ में , बाज़ी हर बार , इनके समर्थन में , इनके पारिवारिक संबंधों के चलते , महारानी वसुंधरा , बेटे दुष्यंत के हक़ में पलट जाती है ,,, टोंक रियासत हो , झालावाड़ , हो , जयपुर हो , सभी जगह , असद अनवर ने , बिना किसी सियासी पद , बिना किसी सियासी भागीदारी के , निजी संबंधों के चलते , कई अटके हुए , काम करवाए है , उलझे हुए मामले सुलझाए है , ज़रूरत मंदों के कई रुके हुए फैसले की तरह , प्रताड़ित कर रहे मामलों के उनके हक़ में फैसले करवाए है , यूँ खामोश तबियत , ज़ुल्म के खिलाफ बिना समझौते के लड़ाका स्वभाव , मज़लूमों की मदद कर , उनकी ज़िंदगी में रौशनी भरने वाले , असद अनवर , जैसा नाम वैसा काम कर रहे है ,, दोस्तों आपसे मिलिए आप है कुशल उद्यमी और समाजसेवक असद अनवर खान ,,,जो इन दिनों झालावाड़ मुख्यालय से बनास स्टोन के नाम पर इंटरनेशन पत्थर व्यवसाय में कामयाब उद्यमी है ,,,नवाबों की नगरी टोंक से जुड़े साहिबजादे असद अनवर खान फौज से सेवानिवृत्त साहिबजादे मेजर अनवर खान के सुपुत्र है और टोंक से जुड़े होने के कारण इनकी परवरिश में गरीबों के लिए हमदर्दी ,,दुखियों के लिए दर्द शामिल है जबकि मज़हबी मामलों में भी मदद का जज़्बा है ,,,असद अनवर खान का यूँ तो बनास फर्म के नाम से कई दर्जन व्यवसाय है लेकिन झालावाड़ में पत्थर व्यवसाय से उनकी अपनी नई पहचान बनी है ,,असद अनवर यूँ तो झालावाड़ के सांसद दुष्यंत सिंह और मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया के पारिवारिक मित्रों में से है और असद की वफादारी के क़िस्से हर चुनाव में आम होते है जो अपनी जान की बाज़ी लगाकर भी चुनाव के नतीजों को प्रभावित करने के लिए वोटर्स से सम्पर्क कर उन्हें संसद दुष्यंत और मेडम वसुंधरा के पक्ष में मतदान करने के लिए उन्हें प्रेरित करने में कामयाब होते है ,,,,असद अनवर इन दिनों मुख्यमंत्री वसुंधरा के निकटम वफादारों में से है लेकिन वोह कभी इसका दुरूपयोग नहीं करते ना ही निजी लाभ या भाई भतीजावाद के नाम पर सरकार के लिए कोई सर दर्द पैदा करते है ,,,अपना व्यवसाय ,,समाजसेवा के नाम पर क्षेत्र के लोगों से जुड़कर उनके साथ हम्दर्दाना सुलूक और पारिवारिक मामलों में परस्पर मेल मुलाक़ात ,,,,असद अली टोंक से निकला कर छोटे स्तर पर अपने व्यसाय से जुड़े और फिर अपनी महनत ,,लगन ,,आत्मविश्वास और ईमानदारी से कार्य करते हुए आज मुख्य उधमी के रूप में पहचान बनाने में कामयाब हुए है ,,,,असद झालावाड़ से जुड़े ज़रूरतमंदों का सर्वे कराते है उन्हें बंद मुट्ठी कर मदद करते है ,, उनकी ज़रूरते पूरी करते है ,,लड़कियों के विवाह के लिए ,,शिक्षा के लिए ,,निजी ज़रूरतों के लिए मदद के साथ साथ असुरक्षित लोगों को सम्मान और सुरक्षा दिलवाना ,,रोतों हुओं के आंसू पोंछना इनका स्वभाव है ,,,,ज़रूरत मन्दो के साथ हम्दर्दाना सुलूक का ही नतीजा है के आज असद अनवर किसी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता नहीं होने पर भी निजी तोर पर पारिवारिक रिश्तों के तहत मेडम वसुंधरा और सांसद दुष्यंत के पक्ष में मुस्लिम ,,दलित और पिछड़े समाज के लोगों के वोट डलवाने में कामयाब हो जाते है ,,असद अली मस्जिद ,,मदरसों ,,खानकाह ,,दरगाह ,,मंदिर ,,अनाथालयों के लिए भी खुलकर मदद करते है और सभी धर्मगुरुओं में ,,धार्मिक स्थलों के प्रमुख में इसीलिए इनका अपना सम्मान है ,,, असद अनवर सक्रिय सियासत में तो नहीं लेकिन अपने परिवार वसुंधरा परिवार के हितों के लिए सियासत भी करते है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 अगस्त 2021
असद यानी एक शेर दिल निर्भीक शख्सियत , , यानि मज़लूम लोगों को ज़ालिमों से हिफाज़त करने की ताक़तवर शख्सियत , अनवर ,यानि रौशनी , इंसानियत की रौशनी , लोगों की ज़िंदगी को अंधरे से उजाले में बदलने की रौशनी , जी हाँ आज ऐसी शख्सियत , साहिबज़ादे असद अनवर बनास स्टोन वालों की सालगिरह , जन्म दिन है
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