मूसलाधार बारिश के बीच संभाग में सम्पन्न हुए 4 नैत्रदान
सुबह से शाम तक भीगते भीगते,12 घंटे में 4 नैत्रदान
संभाग में पहली बार 10 साल में एक दिन में 4 नैत्रदान
3 कोटा में,एक भवानीमंडी में,12 घंटे में 4 नैत्रदान
शाइन
इंडिया फाउंडेशन के ज्योति-मित्रों की समझाइश के बाद कल 11 साल के कोटा
संभाग के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि,एक दिन के 12 घंटे में चार
पुण्यात्माओं के नैत्रदान का पुण्य कार्य सम्पन्न हो सका ।
शुक्रवार
सुबह 6 बज़े संस्था के रामगंजमंडी शाखा के ज्योतिमित्र संजय विजावत के कोटा
निवासी क़रीबी मित्र तुलेश पटेल जी की माता जी श्रीमति लीला बेन पटेल (66
वर्ष) का निधन हो गया,तुलेश जानते थे,की संजय काफी समय से नैत्रदान के
कार्य से जुड़े हुए है,इसलिए उन्होंने तुरंत अपनी माँ के नैत्रदान की इच्छा
संजय को बतायी। जिसके बाद परिजनों के सामने ही नैत्रदान की प्रक्रिया पूरी
की गयी ।
इसके बाद भीमगंज
मंडी,कोटा निवासी जयराज भाटिया के बेटे गौरव भाटिया (19 वर्ष) का दुर्घटना
के उपरांत निधन हो गया । जिसके बाद संस्था के ज्योति-मित्र ,जय हो ग्रुप के
दीपक चौहान ने जयराज को,बेटे गौरव के नैत्रदान करवाने के लिये समझाइश
की,जिसके उपरांत खेड़ली फाटक के मुक्तिधाम में समाज व रिश्तेदारों के बीच
ईबीएसआर के तकनीशियन टिंकू ओझा,धर्मेंद्र ओझा,संस्था सदस्य मुकेश अग्रवाल
के सहयोग से नैत्रदान का पुनीत कार्य सम्पन्न हुआ ।
इसी
बीच मुखर्जी नगर,भवानीमंडी में भी 82 वर्षीय केसरी लाल नागर का हृदयाघात
से निधन हो गया। संस्था के ज्योति-मित्र कमलेश दलाल जी ने परिजनों से
नैत्रदान करवाने की समझाइश की,जिसके उपरांत शाइन इंडिया फाउंडेशन व आई बैंक
सोसायटी (बीबीजे चैप्टर ) के अध्यक्ष डॉ कुलवंत गौड़ टैक्सी करके कोटा से
रवाना हुए । बीच रास्ते में कई जगह मूसलाधार बारिश,ट्रैफिक जाम व पानी के
तेज़ बहाव का सामना करना पड़ा,जिस कारण शोकाकुल परिजनों को भी एक घंटा
मुक्तिधाम में ही बैठे रहना पड़ा । यहाँ भी मुक्तिधाम में समाज के 200 से
ज्यादा लोगों के बीच नैत्रदान का पुनीत कार्य सम्पन्न हुआ।
भवानीमंडी
से कोटा आते ही,श्रीनाथ पुरम निवासी रामरंग निझावन (80 वर्ष) का निवास
हृदयाघात से हो गया,इसकी सूचना पास ही रह रहे,शाइन इंडिया के ज्योति-मित्र
विकास दीक्षित जी को लगी,उन्होंने परिजनों से नैत्रदान करवाने की समझाइश
की,रामरंग जी ,गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज,भोपाल से प्रिंसिपल के पद से
सेवानिवृत्त हुए थे । उनकी बेटी गरिमा सूरी की सहमति के बाद उनके निवास पर
ही नैत्रदान कि प्रक्रिया सम्पन्न हुई।
इस
तरह से कल शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योतिमित्रों के सहयोग करने से, 12
घंटे के दौरान 4 पुण्यात्माओं के नैत्रदान का पुनीत कार्य सम्पन हुआ। जो कि
कोटा संभाग में पिछले 10 सालों से लगातार चल रहे इस जागरूकता अभियान के
इतिहास में पहली बार हुआ है ।
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