सामाजिक सरोकार के अग्रणी, की सहमति से हुआ पत्नि का नैत्रदान
समाजसेवी ज्ञान जी ने,पत्नि का कराया नैत्रदान
मरणोपरांत नैत्रदान व पर्यावरण को बचाने का संदेश
सोमवार
सुबह 8 बज़े,तलवंडी निवासी ट्रांसपोर्ट व्यवसायी श्री ज्ञानचंद जी काला की
पत्नि श्रीमति तिलकमती काला जी (67 वर्षीया) का हृदयगति रुक जाने से
आकस्मिक निधन हो गया । समाजसेवा के कार्यों में सदा अग्रणी रहने वाले
ज्ञानचंद जी के मृदुल,मधुर व्यवहार के कारण उनकी पत्नि के निधन की सूचना
तेज़ी से पूरे शहर में फैल गयी ।
तिलकमती
जी भी सेवा कार्यों में ज्ञानचंद जी का हमेशा सहयोग करती रहती थी । इनके
निधन की सूचना शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति-मित्र विजय जैन 'मदद' को भी
मिली । उन्होंने तुरंत दिगंबर जैन समाज के जे के जैन व राकेश पाटोदी को
नैत्रदान करवाने का अनुरोध किया
राकेश
पाटोदी व जे के जैन ने समय की गंभीरता को समझते हुए,तुरंत ज्ञान जी के बड़े
भाई धर्मचंद काला, पारस मल काला व पुत्र पंकज काला से नैत्रदान करवाने के
लिए बात की । सभी ने तुरंत ही सहमति दे दी ।
आधे
घंटे में ही परिवार के करीबी रिश्तेदारों के बीच आई बैंक सोसायटी के
तकनीशियन ने घर पर ही नैत्रदान की प्रक्रिया पूरी की । नैत्रदान के
उपरांत,विधुत शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया ।
राकेश
पाटोदी व जे के जैन ने बताया काला परिवार समाज के धार्मिक एवम सामाजिक
सरोकार के कार्यो मे सहयोग करने मे हमेशा आगे रहता हैं। इनका दिगम्बर जैन
मंदिर तलवंडी व दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप अनुभव कोटा के धार्मिक व सामाजिक
कार्यो मे विशेष आर्थिक सहयोग रहता है।
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