निःशुल्क परामर्श और काउंसिलिंग से उपचार कर रहे है,होम्योपैथिक दम्पत्ति
समय पर समझाइश से,कम हो रहा है,तनाव
शाइन इंडिया के सहयोगी,कोरोना में कर रहे है सहयोग
उचित सलाह से,तनाव में कम आ रहे है,लोग
उचित सलाह से,20% लोग अस्पताल में कम जा रहे है
पिछले
एक माह से बजरंग नगर,कोटा निवासी होम्योपैथिक चिकित्सक दंपत्ति, अपने
होम्योपैथिक क्लिनिक पर आने वाले और शहर के अन्य हिस्सों से आने वाले लोगों
को वैश्विक बीमारी कोरोना से सम्बंधित सभी तरह की उचित जानकारी, बचाव व
चिकित्सा के बारे में जानकारी दे रहे है ।
होम्योपैथिक
चिकित्सक व काउंसलिंग में गोल्डमेडलिस्ट डॉ संगीता गौड़,काफ़ी समय से
काउंसलर के क्षेत्र में अपनी सेवायें दे रहीं है । वर्तमान समय की
परिस्थितियों को देख कर इस समय अच्छे अच्छे लोगों का हौंसला टूट चुका है।
जहाँ कुछ लोग रोजगार चले जाने से,कुछ दो वक्त की रोटी का भी इंतजाम न हो
पाने से परेशान है,वहीं कुछ लोग अपने परिजनों को खो जाने के कारण अवसाद में
है । इन सभी के अलावा कुछ लोगों को जैसे ही थोड़ा सा भी खाँसी-जुकाम या
बुखार लगता हैं, तो वह यह सोचते हैं कि कहीं वह या परिवार का कोई व्यक्ति
कोरोना के संक्रमण में तो नहीं आ गया ।
डॉ
कुलवंत गौड़ ने भी बताया कि,आज के समय में जब सभी जगह मौत तांडव मचा रही
हो,ऐसे में कोई घर से बाहर निकलना ही नहीं चाहता है । घर में कैद रहने पर
भी यदि किसी सदस्य को,कोई भी परेशानी स्वास्थ्य को लेकर आती है,तो ऐसे में
उनके पास उपयुक्त सलाह कहीं से मिल सके इस बात का कोई रास्ता दिखाई ही नहीं
देता है ।
दोनों
दम्पतियों के मोबाइल नम्बर शाइन इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से सोशल मीडिया
पर है,जहाँ से रोज पूरे देश भर से दवाइयों, राशन व मौसमी बीमारी से बचाव के
लिये कॉल आते रहते है । डॉ गौड़ बताते है कि, कई घरों की स्थिति ऐसी है कि
परिवार के जितने लोग है,वह सभी कोरोना संक्रमित हैं, ऐसे में संस्था के लोग
उनको जो भी मदद चाहिए होती है,वह कर रहे है। वैश्विक बिमारी के कारण बीते
दिनों में एक परिवार के मुखिया ने अपनी पत्नि सहित दो बच्चों के साथ सुसाइड
करने का एक मैसेज भी संस्था के मोबाइल नम्बर पर किया,उसके बाद चिकित्सक
दम्पतियों ने उसको सम्पर्क कर,समझाइश कर ,पूरे परिवार को बचाया ।
डॉ
संगीता का कहना है कि,इस समय चिकित्सक मरीज़ का एक दूसरे के प्रति सम्मान
जनक,प्रेमपूर्वक व्यवहार बहुत हद तक मरीज़ को ठीक कर सकता है । हम दोनों के
मोबाइल नम्बर ज्यादातर लोगों के लिये 24 घण्टे ही चालू रहते है,पावन चिंतन
धारा आश्रम सहित अन्य कई कोविड हेल्पलाइन के कॉल सेंटर से हमारे पास रात के
12 से सुबह के 6 के कई कॉल आते है । यह वह लोग होते हैं, जो घर पर रहकर
इलाज़ ले रहे होते है ।
समझाईश
के दौरान डॉ संगीता,दवाओं के साथ साथ काउंसलिंग के समय मरीज़ो को अपने
आराध्य ईश्वर के सामने बैठकर सेल्फ़ टॉक करने के लिए, भजन गाने के लिये और
मोटिवेशनल गीत गाने या फ़िल्म देखने के लिये भी अपने प्रिस्क्रिप्शन पर देती
हैं । घर में किसी भी तरह का मरीज हो तो,उसके साथ सौतेला व्यवहार न
करके,उसको भी पूरा समय दें,उसके साथ अपनेपन का अहसास बनाये रखने से,उसकी
सेहत में आप बहुत जल्दी सकारात्मक परिवर्तन दिखाई देंगे ।
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