कुछ दिनो से msg सबको भेज रही हु किसी भी परिवार में कोविड हो ओर भोजन बनाने में असमर्थ हो तो मुझे काल करे
में आपके घर तक पहुँचाऊँगी
बहुत लोगों ने बोला पेसे देने की पेशकश भी की पर निशुल्क सेवा का ठाना था
संकोच वश कोई इसी वजह से नही मँगा पाया उन्हें समझाया आप स्वस्थ होके भेजना बहुत हाथ हो जाएँगे सेवा के
Msg सब पड़ते हे कुछ लोग अत्यधिक मुसीबत में होने के बाद भी नही बोलते
की कोई क्या बोलेगा
उन्हें समझाना पड़ता हे किसी को पता ही नही चलेगा अगर आप खुद नही बोलेंगे
एक परिवार में छोटे छोटे बच्चों की माँ पापा को कोविड हुआ
बच्चे 9-7 होंगे
जेसे तेसे 2दिन बच्चों ने biscuit नमकीन खा के गुज़ार दिए
कल शाम से बच्चा खना खाने की जिद कर रहा था उसकी माँ बार बार बोल रही थी कल पक्का खाना ही मंगा कर खिलाऊँगी
पर बच्चा बहुत भूख व बेचेनी से तड़प उठा
रात्रि 1-30 बजे बच्चे की माँ ने बच्चे को बहलाने के लिए मुझे काल किया उसे भी line पर लिया बोला आप सुबह जल्दी खाना भिजवा देना
इस बीच बच्चा बोला अभी का सकते ही क्या में बहुत भूखा हु उसकी माँ बोली बेटा सुबह आ जाएगा
फिर बच्चे ने मासूमियत से बोला अभी नही ही सकता
मेने पुछा कहा रहते ही बोला 100 feet फ़लाँ जगह
मेने कहा घड़ी देखो 2-5 मिनिट पर घंटी करूँ तो बाहर आ जाना
रात
को 2-1मिनिट को उसके घर के बाहर से घंटी की बच्चा दरवाजे के पास खड़ा था
कार की लाइट देख तुरंत कार के पास झपटा खाने का बेग लिया बिना धन्यवाद किए
घर के अंदर चला गया
उसकी
माँ कुछ बोलने के लिए मुझे काल कर रही थी मेने उठाया नही समझ गई थी
धन्यवाद बोलेगी 2-22 मिनिट पर वापस कोल आया बच्चे की आवाज़ थी आंटी
thankyou
खाना बहुत testy testy था मेने बोला बेटा जब तक आपकी मम्मा ठीक नही होगी में रोज़ लाऊँगी आप बता दिया करो क्या खाओगे
इस पेंडेमिक ने बहुत को रूला दिया
जिस से जो बन पड़े करे
हमें यह जंग जीतनी हे
आपकी
संगीता
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