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07 मई 2021

सारे जहाँ के परवरदिगार की तरफ से (मोहम्मद पर) नाजि़ल हुआ है (80)

 सारे जहाँ के परवरदिगार की तरफ से (मोहम्मद पर) नाजि़ल हुआ है (80)
तो क्या तुम लोग इस कलाम से इन्कार रखते हो (81)
और तुमने अपनी रोज़ी ये करार दे ली है कि (उसको) झुठलाते हो (82)
तो क्या जब जान गले तक पहुँचती है (83)
और तुम उस वक़्त (की हालत) पड़े देखा करते हो (84)
और हम इस (मरने वाले) से तुमसे भी ज़्यादा नज़दीक होते हैं लेकिन तुमको दिखाई नहीं देता (85)
तो अगर तुम किसी के दबाव में नहीं हो (86)
तो अगर (अपने दावे में) तुम सच्चे हो तो रूह को फेर क्यों नहीं देते (87)
पस अगर वह (मरने वाला ख़ुदा के) मुक़र्रेबीन से है (88)
तो (उस के लिए) आराम व आसाइश है और खुशबूदार फूल और नेअमत के बाग़ (89)
और अगर वह दाहिने हाथ वालों में से है (90)
तो (उससे कहा जाएगा कि) तुम पर दाहिने हाथ वालों की तरफ़ से सलाम हो (91)
और अगर झुठलाने वाले गुमराहों में से है (92)
तो (उसकी) मेहमानी खौलता हुआ पानी है (93)
और जहन्नुम में दाखिल कर देना (94)
बेशक ये (ख़बर) यक़ीनन सही है (95)
तो (ऐ रसूल) तुम अपने बुज़ुर्ग परवरदिगार की तस्बीह करो (96)

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