पत्रकारिता कोई नौकरी नहीं , एक सामजिक सरोकार है ,, एक सेवा है , एक मिशन है , , सत्ता और जनता के बीच समस्याएं उजागर करवाकर उनका निदान करवाने वाला एक निर्भीक निष्पक्ष मंच है ,,, और यह सब साबित करके दिखाया है , कोटा भास्कर संपादन टीम के हेड , भाई सर्वेश शर्मा ने ,, सर्वेश शर्मा को आज उनके जन्म दिन पर , योम ऐ पैदाइश पर , पत्रकारिता की बुलंदियों पर ,निष्पक्ष , निर्भीकता से कामयाब संघर्ष की बेशुमार दुआएं , वोह स्वस्थ रहे , मस्त रहे , उम्रदराज़ रहे , खुशहाल रहे , ताकि हर रोज़ , हर पल , अपनी सम्पादन कला ,, पत्रकारिता में टीम लीडरशिप के माध्यम से , कोने कुचेले में छुपे अपराधियों को उजागर करना , और जो मदद के इन्तिज़ार में हैं , उन तक पहुंच कर उनकी समस्या प्रकाशित कर सरकार के सिस्टम को उनकी मदद करने के लिए मजबूर करने का परोपकारी काम करते रहे , जी हाँ दोस्तों , कोटा दैनिक भास्कर के ,, पत्रकारों के टीम लीडर सम्पादक , भाई सर्वेश शर्मा का आज जन्म दिन है ,, उन्हें पुरखुलूस दुआओं के साथ एक बार फिर बधाई ,, बहुपक्षीय संवाद , निर्भीक लेखन , निष्पक्ष सम्पादन ,, जनहितकारी खबरों का चयन , अख़बार के मालिकों की प्रति वफ़ादारी के साथ , नए पत्रकारों को विशिष्ठ प्रशिक्षित करने की कला ,, आम जनता सहित , वर्तमानं हालातों में ,निष्पक्ष , निर्भीक पत्रकारिता की अपनी ज़िम्मेदारी , मेढंक तोलने के समान है ,, लेकिन ओरिजनल जर्नलिज़्म , को ज़िंदा रखने वाली भाई सर्वेश , इस संतुलन को बखूबी बनाये हुए है , वोह दूसरे रेज़िडेंट एडिटरों से अलग थलग है , नौजवान है इसलिए नौजवानों के दिलों की धड्कन है , छोटे है , इसलिए बड़ों के लाडले है , छोटों के लिए मदद का जज़्बा है , इसलिए छोटों के हमदर्द भी हैं , चहेते भी हैं , हर दिल अज़ीज़ भी हैं , भाई सर्वेश ने कोटा भास्कर में जब कार्यभार ग्रहण किया , कोरोना महामारी के चलते , पत्रकारिता , पत्रकारों के विकट हालात थे , लेकिन भाई सर्वेश ने इसे चेलेंज के रूप में लिया , आम तोर पर , कार्यभार ग्रहण करते ही ,वी आई पी लोगों से मिलने , मिलाने ,प्रभावित होने की जो परम्परा रहे है , उस चेन को इन्होने तोडा ,, खबर को खबर के नज़रिये से प्रकाशित करने के सफलतम प्रयास किया ,, नियमित रूप से ,पत्रकारिता , विज्ञापन , प्रबंधन , सर्कुलेशन का समन्वय , गुणवत्ता , उत्पादकता , और हर रोज़ एक नई खबर के साथ , पाठकों की वाह वाही लूटना , कामयाब पत्रकारिता ही कही जायेगी ,, कोटा में चारो तरफ समस्याएं बिखरी पढ़ी है , नियमित आकस्मिक अपराध , घटनाये , भ्रष्टाचार के क़िस्से है ,, यहाँ की हेरिटेज , विकास कार्य , जन समस्याएं , कोरोना महामारी में बिगड़े हालात ,, पत्रकारिता के गैर ज़िम्मेदारांना , रवय्ये के चलते ,, भाई सर्वेश के लिए कढ़ी चुनौती थी , लेकिन उन्होंने अपने ईमानदार स्वभाव , पत्रकारिता के निष्पक्ष अनुभव , मृदुल स्वभाव , मुस्कुराते प्रबंधन ,, के चलते , नियमित अपने अधीनस्थ पत्रकार साथियों की बैठकें लीं , उन्हें मोटिवेट ,किया ,, खबर का निष्पक्ष सुचना तंत्र डवलप किया ,, कोटा के हालात जाने , समस्याएं जानी , जनप्रतिनिधियों , अधिकारीयों के मिजाज़ देखे , उनकी कार्यशैली देखी , अलग अलग बीट संवाददाताओं की रिपोर्टिंग में आने वाली दिक़्क़तों को जाना , और फिर एक कुशल टीम लीडर की ज़िम्मेदारी निभाते हुए , अपने अधीनस्थ पत्रकार साथियों के दुःख दर्द में शामिल होकर उनकी निजी समस्याओं के लिए भी संवेदनशीलता दिखाकर ,, सभी को प्रशिक्षित किया , विज्ञापन प्रबंधन के साथ ,, पत्रकारिता को सामाजिक सरोकार से जोड़ा , जनता के हित संवर्धन की खबरों को टारगेट किया , सुझाव दिए , समस्याओं के समाधान के लिए खबरों का फॉलोअप किया ,, नतीजा भास्कर टीम में छपी खबरों के माध्यम से , आम लोगों की कई समस्याएं खुद ब खुद , अधिकारीयों जन प्रतिनिधियों को संज्ञान लेकर दूर करना पढ़ी , और भास्कर को उसके नाम के हिसाब से , उजाले की किरण साबित करके दिखा दिया ,, सर्वेश के मायने यूँ तो , सभी का गुरु , गुरुओं का गुरु होता है ,और कम उम्र नौजवान होने के बावजूद भी , सर्वेश ने , खुद को यक़ीनन पत्रकारिता में गुरुओं का गुरु साबित कर दिखाया है ,,, जाने माने युवा क़लमकार , पत्रकार ,भाई सर्वेश शर्मा ,, कोटा दैनिक भास्कर सम्पादक टीम के नए कामयाब लीडर साबित हुए है , उनके कोटा आगमन ,, कार्यभार ग्रहण के बाद ,,नई शक्ति , नए संचार के संकल्प के साथ कार्य शुरू होने से , पत्रकारिता जगत , खासकर भास्कर प्रकाशन में काया कल्प के साथ ,सटीक खबरों की नई शुरुआत हुई है ,,, सर्वेश शर्मा ,सीकर महाविद्यालय से अध्ययन के बाद ,पत्रकारिता से जुड़े है ,और वोह लगातार दैनिक भास्कर , के निष्पक्ष , निर्भीक सम्पादन टीम के सिपहसालार रहे है ,, वर्तमान हालातों में , कोटा में उनकी ज़िम्मेदारी चुनौतीपूर्ण ज़रूर रही , लेकिन ,, कोटा की वर्तमान योजनाओं , सरकारी व्यवस्था , अव्यवस्थाओं , राजनितिक उठापठक ,, और बिगड़ते पत्रकरिता के हालातों के बावजूद भी , वोह इन हालातों में , उनकी तेज़ तर्रार पत्रकारिता , लेखनी , और सम्पादन कला से , दैनिक भास्कर को निखारने में माहिर साबित हुए है ,, ,, भाई सर्वेश शर्मा को उनके जन्म दिन पर बधाई ,,,, सर्वेश शर्मा भास्कर की सम्पादक टीम , रिपोर्टर्स , प्रबंधन व्यवस्था के साथ , कोटा की जनसमस्याओं ,ज्वलंत मुद्दों ,के मामले में निर्भीक रिपोर्टिंग ,, अग्रलेख लेखन ,, सहित तत्काल खबर ,, सबकी खबर ले , सबकी खबर निष्पक्ष होकर दे रहे है , जबकि सबकी खबर दे , सबकी खबर ले ,जैसे बुलंद नारे के साथ ,, कोटा स्मार्ट सिटी में , युवा स्मार्ट जनर्लिज़्म , सम्पादन कला , पत्रकारिता की विधा को मुखर रिपोर्टिंग करवा रहे है , ,,, जन जन की समस्याओं को उजागर कर , जन जन की आवाज़ बन रहे है ,, ,, इसी उम्मीद , इसी आशा ,दुआओं के साथ एक बार फिर ,भाई सर्वेश शर्मा को कोटा के सफल टीम लीडर सम्पादन पर ,, लोह लेखनी की दुआओं के साथ ,, उनके जन्म दिन पर ,,बधाई ,, मुबारकबाद ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 अप्रैल 2021
पत्रकारिता कोई नौकरी नहीं , एक सामजिक सरोकार है ,, एक सेवा है , एक मिशन है , , सत्ता और जनता के बीच समस्याएं उजागर करवाकर उनका निदान करवाने वाला एक निर्भीक निष्पक्ष मंच है ,,, और यह सब साबित करके दिखाया है , कोटा भास्कर संपादन टीम के हेड , भाई सर्वेश शर्मा ने
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