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30 अप्रैल 2021

एक स्काउट , एक गाइड , एक समाज सेवक , एक गायत्री पीठ साधनाश्रम संचालक , एक सांख्यिकी अधिकारी , एक बचपन बचाओं आंदोलन का हीरो , एक , बच्चों की समस्याओं से मुक्ति दिलाने वाले नोडल ऑफिसर , जिला , राज्य ,, राष्ट्रिय स्तर पर, अपनी अभूतपूर्व समर्पित सेवाओं के लिए ,, सैकड़ों बार पुरस्कृत ,, बहुमुखी प्रतिभा के धनी ,, भाई यज्ञ दत्त हाड़ा ,, किसी पहचान के मोहताज नहीं

 एक स्काउट , एक गाइड , एक समाज सेवक , एक गायत्री पीठ साधनाश्रम संचालक , एक सांख्यिकी अधिकारी , एक बचपन बचाओं आंदोलन का हीरो , एक , बच्चों की समस्याओं से मुक्ति दिलाने वाले नोडल ऑफिसर , जिला , राज्य ,, राष्ट्रिय स्तर पर, अपनी अभूतपूर्व समर्पित सेवाओं के लिए ,,  सैकड़ों बार पुरस्कृत ,, बहुमुखी प्रतिभा के धनी ,, भाई यज्ञ दत्त हाड़ा ,,  किसी पहचान के मोहताज नहीं ,, कोटा की सड़कों पर , जनहित का कोई भी आंदोलन हो , जागरूकता कार्यक्रम हो ,, रैली हो , सभा हो , गोष्ठी हो , आपात स्थिति हो , चुनाव हों , खतरनाक बिमारियों से बचाव के कार्यक्रम हों ,, जिला स्तरीय ,  राज्यस्तरीय कोई भी व्यवस्था हो , यज्ञ दत्त हाड़ा की उपस्थिति के बगैर हर कार्यक्रम , और मोटिवेशन , फीका फीका ही नहीं , आधा अधूरा है  ,,, जी हाँ दोस्तों , यज्ञ  यानी  समर्पण ,  बलिदान , दत्त यानि ,देने वाला , और हाड़ा तो राजपूत गोत्र है ही सही , ऐसे में ,  जनहित में हर तरह के समर्पण के साथ , महनत और लगन से ,  हर सामजिक  सरोकार , समाज सुधार , जनहित सेवाकार्यों के लिए अपना सब कुछ त्याग कर , ,  बिना  किसी प्रतिफल के ,, व्यस्थाओं में जुट जाना ,,  इनका स्वभाव है ,, और यह स्वभाव  इन्हे इनके पिता श्री स्वर्गीय कौशिक जी महाराज ,, की परवरिश ने दिया है ,, धन्य है , आदरणीय कौशिक जी महाराज , जो  मेरे भी गुरु समान रहे हैं , जिन्होंने अपनी परवरिश में , निष्ठा , ईमानदारी , समाजसेवा , बिना किसी प्रतिफल के निर्भीक , निष्पक्ष होकर ,, गरीब , ज़रूरतमंद , शोषित , पीड़ित  लोगों  की हर तरह की मदद का पाठ , अपने पुत्रों को पढ़ाया , और सोने पर सुहागा यह के एक तरफ तो ,,  पिता श्री महाराज , कौशिक जी की परवरिश फिर ,,  यज्ञ  दत्त हाड़ा का स्काउट  अनुशासन  के प्रति समर्पण , कई दर्जन  केम्प ,जम्बूरी केम्प  ,,  जिला स्तर , राज्य स्तर सहित , राष्ट्रपति एवार्ड तक हांसिल  करने वाले ,भाई यज्ञ  दत्त हाड़ा , ने कोटा को धन्य कर दिया  , बच्चों के मनोविज्ञान को  देखना , समझना , उनके आपराधिक बोध ,आपराधिक मानसिकता को  खंगालना , उनके समस्याए देखना , उनका समाधान खोजना  ,,  एक कठिन कार्य ,है  लेकिन अपने अनुभवों के  आधार पर , एक नोडल ऑफिसर के रूप में , यज्ञ  दत्त हाड़ा इस काम को  रोज़ मर्रा , कई सालों  से , बिना  किसी प्रतिफल , बिना किसी सियासी  पक्षपात के , बखूबी निभा रहे  है ,,,  कोटा का हर बच्चा जानता है , , कोटा की हर सियासी पार्टी का लीडर जानता  है ,,  कोटा का हर पीड़ित , हर समाजसेवी , हर अधिकारी जानता है , के , कोटा का कोई बनी  चैलेंजिंग कार्यक्रम , सामाजिक सुधार कार्यक्रम , योजनाओं  का प्रचार प्रसार कार्यक्रम , चिकित्सा शिविर , नशा मुक्ति शिविर ,  टीकाकरण ,  बिमारियों से बचाव के उपाय के केम्प ,  जो कुछ भी हो , बिना  यज्ञ दत्त हाड़ा के सम्भव ही नहीं है , इसीलिए हर कार्यक्रम में ,, यज्ञ दत्त हाड़ा , वही अपने चिरपरिचित अंदाज़  ,, एक स्काउट की टोपी , स्काउट की  यूनिफॉर्म , मुस्कुराता चेहरा ,  स्वभाव में समर्पण  ,, के साथ ,  यज्ञ दत्त हाडा ,  हर आयोजित कार्य्रकम में ,  समर्पण  की आहुति के साथ ,  मौजूद रहते है ,  , अपने सभी  कार्य ,  अव्वलीन  होकर ,  व्यवस्थित तरीके से सम्पादित करते है ,, जिला प्रशासन  हो , चिकत्सक हों , बाल  कल्याण कार्यकम के आयोजक हो ,,  रक्तदान शिविर हों ,, रोटरी क्लब ,  लॉयंस क्लब , सहित सभी तरह की समाजसेवी संस्थाओं के कार्यक्रम हों ,  यज्ञ  दत्त हाड़ा की उपस्थिति के बाद , सब  निश्चिन्त हो जाते है , के बिना किसी रुकावट के ,  बेहतरीन प्रदर्शन के साथ ,अब उनके  आयोजित कार्यक्रम सफलतम साबित हो जाएंगे  यज्ञ दत्त हाड़ा कहते है के उनका , यज्ञ दत्त हाड़ा नाम ,, आचार्य श्री राम शर्मा ने दिया था , जिसे वोह अपने आचरण से हर संम्भव  तरीके से ,, उनके दिए हुए नाम के अनुरूप खुद को , साबित करने के प्रयासों में जुटे है ,, यज्ञ दत्त हाड़ा के सेवा कार्यों से अब तक क़रीब आठ हज़ार निशक्त जन ,  तीस हज़ार से भी अधिक , वृद्ध वरिष्ठ नागरिक , और आठ हज़ार से अधिक  , मुसीबतों में फंसे , बच्चे , लाभान्वित हो चुके है , यज्ञ दत्त हाड़ा , ऐसे सभी वर्ग के लोगों ,  में भूख , गरीबी , खान पान , चिकित्सा व्यवस्था , सहित ,जनउपयोगी  सेवाओं के लिए हमेशा तत्पर रहते है ,,,  बोरखेड़ा स्थित ,गायत्री पीठ साधनाश्रम बोरखेड़ा कोटा के प्रधान संचालक ,, यज्ञ दत्त हाड़ा , पशुपालन विभाग में , सांख्यिकी अधिकारी से सेवानिवृत है  ,, 23 सितम्बर 1956  जन्मे भाई यज्ञ दत्त हाड़ा ने , बी एस सी , एम ऐ अर्थशास्त्र में किया , फिर इन्होने एल एल बी , डी सी एल एल , किया  , यज्ञ दत्त हाड़ा , छात्र जीवन से ही , स्काउट के रोवर थे , वोह स्काउट के प्रति समर्पित होने की वजह से , स्काउट के सभी तरह के सर्वोच्च सम्मान से ,  पुरस्कृत हुए , उन्हें , कई बार जिला प्रशासन  , मुख्यमंत्री , राज्यपाल। राष्ट्रपति , सहित कई मंत्रियों , समाजसेवी , संस्थाओं के प्रमुख , प्रधानों ने , सम्मानित किया , पुरस्कृत किया , उनके कार्यक्रमों के लिए , उनकी पीठ थपथपाई ,, चाइल्ड लाइन के नोडल निदेशक का कार्य हो , इनकी अपनी सेवायें हों ,, आर्थिक आंकड़ों की गणना हो ,, पोलियों कार्यकम हो , टीकाकरण , नशामुक्ति आन्दोलन , रक्तदान शिविर , चिकित्सा परामर्श शिविर ,हों ,, जागरूकता रैलियां हों , बालमज़दूरि से बचपन को मुक्त कराने का अभियान हो , बच्चों में , भिक्षावृत्ति  , अपराध मानसिकता सहित सामाजिक बुराइयां खत्म कर , उनके सुधार कार्य्रकम हो , हर कार्यक्रम में अव्वल , अव्वल ,, यज्ञ दत्त हाड़ा ही हैं ,,, कोटा स्काउट कार्यालय , केवलनगर स्थित स्काउट स्थल , जो भी हो , यज्ञ दत्त हाड़ा ने स्काउट के जिला ,  राज्य  , राष्ट्रिय स्तर के पदाधिकारी होते हुए , अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी निभाई है ,  कार्यालय ,  और वनविहार क्षेत्र में ,  हर तरह की सुविधाएं , अपनी तरफ से , जन सहयोग के माध्यम से और विधायक , सांसद कोष के माध्यम से ,, यज्ञ दत्त हाड़ा के मोटिवेशन से ही ,बेहतर रचनात्मक , और निर्माण कार्य सम्भव हो सके है ,,    अनुशासित , स्काउट केडर ,,  तय्यार कर हज़ारों हज़ार , अनुशासित , स्काउट सेवकों की फौज   ,कोटा , राजस्थान में आपात स्थिति में ,  कंधे से कंधा मिलाकर , खड़े रहने की एक अनुशासित फौज , इन्होने तय्यार की  है  ,  जो हज़ारो हज़ार स्काउट , आज  भी , इनके इशारे पर मर मिटने , या फिर जो यह आदेशित करें , उस सेवाकार्य में बिना किसी प्रतिफल के जुट जाने को तत्पर रहते है ,,,,  ऐसे स्काउट ,  ऐसे गाइड ,  ऐसे सेवक , ऐसे नोडल निदेशक  , ऐसे बच्चों के प्रेमी  , ऐसे समाजसुधारक ,  निर्मल , हंसमुख विनम्र स्वभाव के सादगी जीवनं के साथ ,  हर  रचनात्मक कार्यक्रम में  , अव्वल अव्वल रहकर ,  समर्पण से जुटने वाले ,भाई ,यज्ञ दत्त हाड़ा ,  को  सेल्यूट , सलाम  ,, बधाई ,,  अख्तर खान  अकेला कोटा राजस्थान

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