घर पर इलाज करा रहे मरीज़ों के लियें तात्कालिक उपयोगी चिकित्सकीय जांच उपकरण , या फिर , किसी दुर्घटना , बीमारी से अस्पताल से छुट्टी होने पर , कुछ वक़्त आवश्यकता के अनुसार काम आने वाले सभी उपकरणों का एक बैंक बनाकर , आवश्यकता अनुसार , मरीज़ों को उनकी बिमारी या आवश्यकता की अवधि तक , उन्हें मुफ्त ऐसे उपलब्ध कराये ,,जाएंगे ,,,,, चिकित्सा सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष ,, रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव , रिछपाल पारीक ने , कोटा में निरंतर बढ़ रहे मरीज़ों की घरेलू चिकित्सकीय उपकरण की आवश्यकता देखते हुए ,, अपने साथियों की टीम की मदद से यह निर्णय लिया है , रिछपाल पारीक ने बताया के ,, कोटा में ,, कई मरीज़ तो , ऐसे उपकरणों का खर्च बर्दाश्त कर सकते है , लेकिन अधिकतम , घरों में इलाज कराने वाले मरीज़ या फिर किसी ऑपरेशन , वगेरा के बाद छुट्टी लेकर घर पहुंचे मरीज़ों को , जो चिकित्सकीय उपकरणों की तत्काल आवश्यकता होती है , इसके लिए उन्हें काफी दिक़्क़तें उठाना पढ़ती है ,, क्योंकि उनके पास , इन वव्यस्थाओं के लिए , सिमित साधन होने से , रुपया नहीं होता और उनकी पीड़ा बर्दाश्त के बाहर होती है , रिछपाल पारीक ने कहा के कोटा में , ऐसे सैकड़ों नहीं हज़ारो हज़ार मरीज़ है , जबकि , रोज़ मर्रा काम आने वाले चिकित्सकीय जांच उपकरण ,जैसे , शुगर मशीन , ब्लडप्रेशर नापने की इलेक्ट्रॉनिक मशीन , थर्मामीटर , ऑक्सिपोमीटर , ऑक्सीजनकन्वेक्टर , , भाप की मशीन , निमुलाइज़र , वगेरा , वगेरा इसके अलावा , अस्पताल से छुट्टी पर आये मरीज़ों के लिए कुछ एक्सरसाइज़ की मशीने , वाकर , बैसाखी , व्हील चेयर ,,सिकाई की बेल्ट , तकिया , सहित कई ऐसे उपकरण है , जो महंगे होते है , और मरीज़ के ठीक होने के बाद उनके लिए अनुपयोगी होने से घरों पर , ज़ंग खाकर खराब हो जाते है , ऐसे इन आवश्यक जीवनदायी उपकरणों का उपयोग , अवश्यकानुसार अगर मरीज़ों तक पहुंच जाए तो , यह धर्मार्थ कार्य होगा , रिछपाल पारीक ने इस मामले में , पहल करते हुए , कल एक मरीज़ को उसकी आवश्यकतानुसार ,, दादाबाड़ी निवासी , उत्तम जी अग्रवाल , के यहां पढ़ी , एक व्हील चेयर ,, दिलवाई है ,, जिसे देखकर , मरीज़ प्रसन्नचित है और मरीज़ , तथा उनके परिजन ,, रिछपाल पारीक ,, उत्तम जी अग्रवाल को दुआएं दे रहे हैं ,,, रिछपाल पारीक का चिकित्सा कल्याण कार्कर्मों सहित , रक्तदान , नशा मुक्ति आंदोलन , नशामुक्ति केम्प ,, तात्कालिक चिकित्सकीय मदद ,, मुफ्त दवाओं की मदद , सहित ऐसे कल्याणकारी कार्यों का तीन दशक से भी ज़्यादा का अनुभव है , इनकी चिकित्सकीय सेवा के चलते , हज़ारों हज़ार मरीज़ लाभांवित हुए है , मुफ्त इलाज व्वयस्था के तहत ठीक होकर भी गए है , जबकि कई गंभीर मरीज़ों की जान इनके हस्तक्षेप के बाद , डॉक्टरों की मदद से बचाई जा सकी है ,,, रिछपाल पारीक ने बताया के वर्तमान कोरोना काल , में ही नहीं , हमेशा ,, चिकित्सकीय उपकरणों , का यह बैंक जारी रहेगा , उन्होंने बताया के अभी इस व्यवस्था का यह प्रारम्भिक काल है , वोह इसे कारगर बनाने के लिए , अपने साथियों की टीम की मदद से , कोटा में , जो सरमायेदार है , जो खुद , या उनके परिजन तंदरुस्त हो गये है ,, या फिर किसी भी वजह से , उनके यहाँ , इस तरह के चिकित्सकीय उपयोग में ,, काम आने वाली उपकरण ,, चाहे वोह थर्मामीटर हो , ऑक्सिपोमीटर हो , ब्लड प्रेशर की मशीन हो , शुगर नापने की मशीन हो , भाप देने की मशीन हो ,, व्हील चेयर हो , स्ट्रेचर हो , क्लिनिकल बेड , क्लिनिकल टेबल हो ,, उपकरण हो , ड्रेसिंग सामग्री हो , ,वाकर हो , बैसाखी हो , वगेरा वगेरा जो भी उपकरण हो वोह अपील करेंगे , समझाइश करेंगे , के ऐसे उपकरण वर्तमान में उनेक लिए अनुपयोगी होने से , घर में फालतू पढ़े है , बेकार है ,, ज़ंग लग रहा है , इन्हे किसी के उपयोग में देने से ,, पुण्य भी मिलेगा और उसकी मदद भी होगी , हो सकता है ,, कुछ मरीज़ों की इस तरह के उपकरणों तात्काल मदद से जान बच जाए , रिछपाल पारीक ने कहा इसके लिए , ऐसे उपकरणों को , ज़रूरतमंदों को देने , उनकी डिमांड , और डिमांड कैसे पूरी की जाए , इसका एक साइकल प्रबंधन बनाया जा रहा है , जिसमे , ऐसे लोग जिनके घरों पर इस तरह के उपकरण है , उनकी सूचि , उनके एड्रेस , उनके मोबाईल नंबर शीघ्र ही ,, व्यवस्थित तरीके से तय्यार किये जायेंगे , और फिर , ज़रूरतमंद मरीज़ों की ज़रूरत , और आर्थिक स्थिति का सत्यापन कर , उन्हें डिमांड पर , आवश्यकतानुसार समयावधि के लिए , ऐसे सभी उपकरण , मुफ्त उपलब्ध कराने के प्रयास जारी रहेंगे ,,,, अख्तर खान अकेला कोटा
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
29 अप्रैल 2021
घर पर इलाज करा रहे मरीज़ों के लियें तात्कालिक उपयोगी चिकित्सकीय जांच उपकरण , या फिर , किसी दुर्घटना , बीमारी से अस्पताल से छुट्टी होने पर , कुछ वक़्त आवश्यकता के अनुसार काम आने वाले सभी उपकरणों का एक बैंक बनाकर , आवश्यकता अनुसार , मरीज़ों को उनकी बिमारी या आवश्यकता की अवधि तक , उन्हें मुफ्त ऐसे उपलब्ध कराये ,,जाएंगे
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