आपका-अख्तर खान

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10 मार्च 2021

ख्वाहिश तुम्हारी,

 

ख्वाहिश तुम्हारी,
कुछ अच्छा सा ,
तुम्हारे लिये लिखूं,
तुम्हारी खूबसूरती,
तुम्हारी ख़ूबसीरती
तुम्हारी अदा, तुम्हारा इतराना,
उफ्फ मेरे पास
ऐसे अल्फ़ाज़ कहाँ , अख़्तर

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