माँ की अंतिम इच्छा नैत्रदान, को बच्चों ने पूरा किया
बेटों के सहयोग से पूरी हुई माँ की अंतिम इच्छा
विज्ञान
नगर निवासी कुसुमलता कटारिया (68 वर्षीय ) का कल तलवंडी के निज़ी अस्पताल
में निधन हो गया। अपने पति के देहांत के बाद से कुसुम जी प्रजापति
बृह्माकुमारी से जुड़ गयी थी,वहाँ से जुड़ने के बाद उनका ज्यादातर समय ईश्वर
भक्ति ,सेवा और साधना में निकल जाता था ।
उनके
देहांत की ख़बर पंजाबी समाज के शीर्ष पदाधिकारियों को भी तुरंत लग गयी।
अंतिम संस्कार से जुड़े कार्यों को संभालने वाले,समाज के सदस्य व शाइन
इंडिया फाउंडेशन के ज्योति-मित्र श्रवण कुमार जी को भी जैसे ही यह सूचना
मिली,उन्होंने बिना ज्यादा बात सुने पहले यही अनुरोध किया कि,मैं बाकी सब
तैयारी सुचारू रूप से कर दूँगा, आप सभी पहले प्रयास करें कि,माता जी के
नैत्रदान हो सकें।
बड़े
बेटे राजीव ने जैसे ही नैत्रदान कि बात सुनी,उसको ध्यान आया कि,माँ ने कई
बार हम दोनों भाइयों को कहा था कि,"पिता जी के अंत समय पर,न हमको किसी ने
इस नेक काम के काम के बारे में बताया और,न हम सभी इस बारे में जानते थे,पर
जब भी मेरा अंत समय आये,तो मेरे नैत्रदान जरूर करवाना।"
राजीव
और राकेश ने तुरंत माँ के नैत्रदान करवाने के लिये श्रवण जी को रजामंदी दे
दी , आधे घंटे में शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से आई बैंक के तकिनीशियन
ने घर पर ही नैत्रदान की प्रक्रिया पूरी की ।
नैत्रदान
के इस पुनीत कार्य में शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योतिमित्र श्री राजीव
सहगल,रोहित ओझा व श्री जसपाल अरोड़ा जी का भी सहयोग रहा ।
| Wed, Feb 17, 6:41 PM (12 hours ago) | ||
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