एक
सुर , एक पाल ,, एक सेठी ,, जी हाँ ,,नौजवानों में नौजवान , सुरपाल सेठी
, चाहे आज वरिष्ठ नागरिक संस्थान के अध्यक्ष रहकर , वरिष्ठ साथियों की सार
संभाल में लगे हों , लेकिन , वोह ,, उनका दिल , उनकी ज़िंदादिली , उनकी
यारबाजी आज भी जवान है , और एक नौजवान , ज़िंदा दिल , शख्सियत की तरह ,, वोह
अपने हम उम्र साथियों के लिए एक उदाहरण है ,, जी हाँ दोस्तों , सुर यानी
,, सुर पिन , सुर यानी पायल ,, सुरों के संगम के साथ ,, पर्यटन व्यवसाय ,
होटल व्यवसाय ,, सिर्फ , सुरपाल सेठी साहिब ने ही , लोगों को सिखाया है ,,
पायल हो , सुरपिन हो ,, वोह उनके आशीर्वाद से बुलंदियों पर है , ज़िंदगी
को जो ज़िंदा दिली से जीता है , वोह ज़िंदगी में वक़्त के चलते ,
ज़िम्मेदारियों से स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर , लोगों का खिदमतगार बन जाता
है , एक जुस्तजू ,, एक संघर्ष की कहानी के बाद सुरपाल सेठी , आज , सोशल
मीडया पर भी , छाए हुए है , वोह लोगों से रोज़ , किसी न किसी खबर के साथ
,सुचना के साथ रूबरू मिलते है ,,, सुरपाल सेठी ,, कोटा रोटरी क्लब के
सुरपाल सेठी अध्यक्ष रहे ,, लगातार सक्रिय सदस्य रहकर , सैकड़ों चिकित्सा
शिविर सहित ,, दूसरे समाजसेवी कार्यों में शामिल रहे ,,, कोटा ब्लड बैंक
के सेठी सदस्य है , जबकि जवाहरलाल नेहरू बी ऐड कॉलेज के , सुरपाल सेठी ,,
सदस्य संरक्षक पद पर कार्यरत हैं ,, वोह वरिष्ठ नागरिक संस्थान के लगातार
अध्यक्ष रहकर , उम्र की दहलीज़ पार कर चुके लोगों में , जवानी के जोश की
ज़िंदगी फूंक रहे है ,,, सुरपाल सेठी ,, कोटा रेडक्रॉस सोसायटी के किए साल
तक मानद सचिव , रहे है , तो कई सालों तक , वोह लगातार वाइस प्रेसीडेंट पद
पर कार्यरत रहकर , रेडक्रॉस सुविधाओं को ,, आम लोगों तक पहुंचाने में ,
ऐतिहासिक व्यवस्थापक रहे है , आज भी , सुरपाल सेठी ,, रेडक्रॉस के , आजीवन
सदस्य है , और रेडक्रॉस के चुनावों के समय सीमा खत्म होने पर भी चुनाव
नहीं करवाए जाने की सुगबुगाहटों को मुस्कुरा कर नज़र अंदाज़ कर रहे है ,,
कोटा राजकीय महाविधालय में ,, शिक्षा के साथ हर गतिविधि में सक्रिय रहने
वाले ,, सुरपाल सेठी साहिब , पूर्व मंत्री , हरि कुमार औदीच्य ,, पूर्व
केंद्रीय मंत्री भुवनेश चतुर्वेदी , पत्रकार , भंवर शर्मा अटल , सहित ,सभी
भाजपा , कांग्रेस के नेताओं ,, मंत्रियों , अधिकारीयों के नज़दीकी
,विश्वसनीय साथियों में से रहे है ,,, सुरपाल सेठी ,, व्यवसायिक व्यवस्थाओं
में भी अव्वल थे , तो खेलकूद सहित ,समाजसेवी कार्यों में भी अग्रणीय रहे
है ,, ,कोटा में नशा मुक्ति आंदोलन हो ,, आपदा राहत कार्य हों ,, नफरत के
खिलाफ मोहब्बत का पैगाम देने वाले , क़ौमी एकता कार्य्रकम हों ,, न्यायिक
व्यवस्था के तहत संघर्ष हो ,, चिकित्सा सुविधा को लेकर समाजसेवी शिविर हों
,, साहित्यिक गतिविधियां हों ,सभी में सक्रिय रहकर , लोगों से जुड़े ,रहे
वर्तमान में , वोह साधु , सन्यासी की तरह , तो हैं , लेकिन दुनियादारी की
व्यवस्थाओं में वोह पूरी तरह से ,, अपने साथियों से घुले मिले है ,,
नौजवानों में वोह नोजवान , हम उम्र साथियों में वोह बुर्दबार है , तो , सभी
साथियों के लिए वोह हमदर्दी से एक दूसरे को हौसला देने , एक दूसरे के दुःख
दर्द बांटने वाले मंच के प्रेरक है , वोह हर माह वरिष्ठ नागरिकों में
खुशियां बांटते है ,, उनके जन्म दिन मनाते है , तो , शादी की सालगिरह का
जश्न बनाकर , वोह हर बुज़ुर्ग की नोजवानी की यादों को ताज़ा कर देते है ,,
ज़िदंगी जीने का नाम है , सुख दुःख ,, आते जाते रहते है , दुखों से घबराओं
मत , दुखों को एक दूसरे में बाँट लो , और खुशियां मिलकर मनाओ , खुद को तरो
ताज़ा रखो जीना इसी का नाम है ,और जनाब सुरपाल सिंह सेठी का सभी के लिए यही
पैगाम है ,,,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 फ़रवरी 2021
एक सुर , एक पाल ,, एक सेठी ,, जी हाँ ,,नौजवानों में नौजवान , सुरपाल सेठी , चाहे आज वरिष्ठ नागरिक संस्थान के अध्यक्ष रहकर , वरिष्ठ साथियों की सार संभाल में लगे हों
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