आपका-अख्तर खान

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28 जनवरी 2021

कोई बेबस ,

 

कोई बेबस ,
कोई बेताब ,
कोई चुप ,
कोई हैरान ......
ऐ जिंदगी तेरी महफ़िल के
तमाशे ख़त्म ही नहीं होते

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