आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

16 जनवरी 2021

राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड में , एक बार फिर , भाजपा के जिला कमेटियों पर बैठे , अध्यक्ष , पदाधिकारियों को अभयदान मिल गया है

 राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड में , एक बार फिर , भाजपा के जिला कमेटियों पर बैठे , अध्यक्ष , पदाधिकारियों को अभयदान मिल गया है ,, कांग्रेस शासन के ढाई साल में भी ,, भाजपा के वक़्त के जमे ,, जिला वक़्फ़ कमेटी के ज़िम्मेदारों को बदल कर , कांग्रेस विधारधारा या फिर वक़्फ़ हित में काम करने वाले ज़िम्मेदारों की नियुक्ति नहीं होने से ,, हर ज़िले में इस खिदमत ऐ ख़ल्क़ के काम की कोशिशों में ज़िम्मेदारी लेने के लिए जुटे लोगों में निराशा और हताशा का माहौल है ,,,, पिछले दिनों , लगातार राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड की हर बैठक के पूर्व ,, अलग अलग ज़िलों के ज़िम्मेदार ,, सैकड़ों की तादाद में , इस उम्मीद में जयपुर लालकोठी स्थित कार्यालय के बाहर दिन भर उम्मीद लगाए बैठे रहते है और फिर ,,नाउम्मीद होकर , तारीख पे तारीख के नाम पर वापस लोट आते है ,, अभी हाल ही में , राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड ने ,, 16 जनवरी को बैठक की तारीख तय की थी , लेकिन चुनाव आचार संहिता के बहाने के नाम पर , यह बैठक स्थगित कर दी गयी है ,, सभी जानते है के वक़्फ़ बोर्ड की बैठक के फैसलों ,, और पूर्व के एजेंडों के पूर्व निर्धारित कामकाजों पर ,, ,किसी भी तरह की चुनाव आचार संहिता लागू नहीं होती है , फिर यह आचार संहिता तो , कुछ ज़िलों में थी ,कुछ ज़िलों में नहीं थी , कम से कम कोटा ,, जयपुर ,,जोधपुर ,, टोंक , सहित कई ज़िलों के मामले में तो यह आचार संहिता लागू नहीं है ,, लेकिन फिर भी इस आचार संहिता का भूत बताकर , फिर ,, भाजपा के बैठे जिला स्तरीय पदाधिकारियों को अभयदान दिया गया है ,, ताज्जुब है के अब राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड का कार्यकाल 8 मार्च 2021 तक बाक़ी है ,, और नैतिकता की अगर हम बात करें , तो आखरी वक़्त में क्या खाक मुसलमान होंगे की तर्ज़ पर ,, आखरी वक़्त में ,, बोर्ड , कमेटियों के एक साल के गठन का फैसला नैतिकता के विरुद्ध लेने में हिचकिचायेगा भी ,,, राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड में पुरे पांच साल उठा पटक के माहौल का रहा , भाजपा शासित राज्य में , 9 मार्च 2016 को जारी अधिसूचना के तहत सांसद कोटे से , अश्क अली टाक ,, विधायक कोटे से , हबीबुर्रहमान अशर्फी लाम्बा , बार कौंसिल कोटे से नासिर अली नक़वी ,, मुतव्वली निर्वाचित कोटे से ,, शौकत कुरैशी , मोहम्मद युसूफ खान ,, समाजसेवी मनोनीत कोटे से ,, सय्यद अबूबकर नक़वी ,, सुन्नी आलिम कोटे से सुश्री निदा ,, शिया आलिम कोटे से सुश्री सय्यद अफ़रोज़ ज़ैदी ,, जबकि प्रशासनिक अधिकारी कोटे से जमील अहमद कुरैशी को पांच साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया था ,,,, वक़्फ़ बोर्ड में धांधलियों को लेकर विवाद हुआ ,, टोंक के वक़्फ़ सदर मोहम्मद आहमद खान भय्यू द्वारा , बेहिसाब रिकॉर्ड तोड़ कार्य करवाने के बाद भी ,, उन्हें हटाकर , दूसरे व्यक्ति को नियुक्त करने से विवाद की शुरुआत हुई , और ,,अबूबकर नक़वी के खिलाफ ,, जनहित याचिका लगी ,, जनहित याचिका में , अबूबकर नक़वी सहित ,, आलिम कोटे सहित शिया कोटे के चार सदस्यों का मनोनयन अवैध घोषित कर उनकी सदस्यता समाप्त हो गयी , इस मामले में डबल बेंच हाईकोर्ट ने भी उक्त आदेश को यथावत रखा ,, अबूबकर नक़वी की बर्खास्तगी के बाद उन्होंने सुप्रीमकोर्ट में याचिका पेश कर रखी है ,जो अभी विचाराधीन है ,, वक़्फ़ बोर्ड में तीन सदस्यों की बर्खास्तगी के बाद ,, बहुमत के आधार पर ,, आवश्यक कामकाज निस्तारित करने के लिए मोहम्मद युसूफ खान को चेयरमेन निर्वाचित किया गया ,,, ,इसी दौरान जनहित याचिका में ,, वक़्फ़ ट्रिब्यूनल के सदस्यों की नियुक्ति करने के आदेश हुए , वक़्फ़ ट्रिब्यूनल में सदस्य नियुक्त किये गये ,,, जबकि अश्क अली टाक का राज्यसभा सदस्य कार्यकाल खत्म होने के बाद ,उन्हें हटा देने को लेकर , एक अन्य जनहित याचिका हुई ,, और फिर निर्वाचन प्रक्रिया में , अश्क अली टाक दुबारा सदस्य निर्वाचित हुए ,, , इसी दौरान ,,कांग्रेस शासन काल में , फिर से रिक्त पदों पर , ,, 11 सितंबर 2019 को ,, 9 मार्च 2016 से ही प्रारम्भ कार्यकाल से पांच वर्ष के बकाया कार्यकाल के लिए ,,, खानू खान बुधवाली ,, श्रीमती असमा ,, डॉक्टर राणा ज़ैदी , को मनोनीत किया गया , नए निर्वाचन के बाद , डॉक्टर खानु खान बुधवाली को ,, वक़्फ़ बोर्ड का चेयरमेन बनाया गया , इस दौरान बैठकें तो हुई लेकिन बे नतीजा रहीं ,, वक़्फ़ बोर्ड बैठकों में ,, जिला स्तर पर नियुक्तियों के लिए कोई फैसले नहीं लिए जा सके ,, अब अगर मार्च 2021 में बोर्ड का कार्यकाल समाप्त हो रहा है , तो इसके पूर्व अगर जिला स्तर पर नियुक्तियां नहीं हुईं तो ,, यह फैसले , एक वर्ष तक के लिए आगे बढ़ सकते हैं ,, क्योंकि सरकार में बैठे नौकरशाह ,, वक़्फ़ संबंधित नए बोर्ड के निर्वाचन मामले में , लेट लतीफी कर सकते है , जयपुर जिला कलेक्टर इस मामले में निर्वाचन अधिकारी होते है ,,, नए बोर्ड के लिए ,, मार्च 2021 के कार्यकाल के बाद ,, सय्यद शाहिद हसन , का बार कौंसिल निर्वाचित कोटे से सदस्य बनना तय है ,, जबकि मुतव्वली कोटे से जिस हिसाब से , वोटर्स की सूचि है , उस हिसाब से ,तो , मोहम्मद युसूफ खान ,, शौकत कुरैशी अगर चुनाव लड़ते है , तो उनका निर्वाचन लगभग तय सा है ,, इस तरह से ,, खानू खान बुधवाली साहिब ने ,, अपने कार्यकाल में जो बेहतर परफोर्मेस बताई है , और , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनकी नज़दीकियों के चलते , उनका मनोनयन फिर से सम्भव है ,,, राज्य सभा कोटे से ,, अश्क अली टाक को अगर कोई दूसरी नियुक्ती मिलती है , तो फिर नवाब दुर्रू मियां का मनोनयन हो सकता है ,, वर्ना अश्क अली टाक ही रहेंगे ,, विधायक कोटे से ,, रफ़ीक़ खान अगर मंत्री नहीं बनाये जाते है तो वही यथावत रहेंगे ,, नहीं तो , वाजिब ले , हाकिम अली , कोई भी सदस्य बनाये जा सकते है ,, प्रशासनिक अधिकारी कोटे से , जमील कुरैशी की जगह ,, शाहीन अली ,, हाकम खान ,,या फिर कोई भी सरकार का नज़दीकी अधिकारी ही मनोनीत होगा ,, दो आलिमों , शिया कोटे से तो ,, जोधपुर , बाड़मेर तरफ के सदस्य हो सकते है ,,, नए बोर्ड की प्रर्किया यूँ तो ,,फरवरी से ही शुरू होकर ,, मार्च में नए बोर्ड के चेयरमेन से पुराने बोर्ड के चेयरमेन से , कार्यभार ग्रहण करने का क़ानून है , लेकिन सरकार तो सरकार है , और वैसे भी , वक़्फ़ बोर्ड से जुडी क़ौम बढे आराम से है , इसलिए उनके सोते रहने के कारण , नौकरशाह ,, इस चुनावी प्रक्रिया को प्रशासक बिठाकर ,, आगे भी खिसका सकते ,हैं , सवाल यह है , पेचीदगियां कुछ भी हो , मजबूरियां कुछ भी हों , लेकिन जिला स्तरीय कमेटियों में तो अब तो बदलाव होना ही चाहिए , क्योंकि अब लोगों के धैर्य ,, संयम ,वफ़ादारी , की इंतिहा हो गयी है ,,, कोटा में जिला वक़्फ़ कमेटी के उम्मीदवारों में ,, सरफ़राज़ अंसारी ,, शमीम खान ,, उमरुद्दीन गोल्डन डेयरी , अब्दुल रशीद क़ादरी ,, तबरेज़ पठान ,, मंज़ूर तंवर ,, इंसाफ आज़ाद , साजिद भाई ,, अज़ीज़ अंसारी ,, अब्दुल करीम खान , साजिद जावेद , सहित कई दर्जन उम्मीदवार हैं ,, लेकिन कोटा में स्थानीय प्रभावशाली मंत्री महोदय की बगैर मर्ज़ी के कुछ भी सम्भव नहीं है , यहां ,सरफ़राज़ अंसारी का पड़ला भारी नज़र आता है , लेकिन ,, कुछ सदस्य इस मामले में एक मत नहीं हो पा रहे है ,,, जो भी नियुक्त हो ,, जल्दी नियुक्त हो , सभी को

बधाई
,,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...