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19 अक्टूबर 2018

हाड़ोती के इतिहासविद ,,लेखक डॉक्टर याक़ूब अली

हाड़ोती के इतिहासविद ,,लेखक डॉक्टर याक़ूब अली द्वारा लिखित पुस्तक मुस्लिम मोनुमेंट्स ऑफ़ राजस्थान ,,इतिहास छात्र छात्रों ,शोधार्थियों के लिए बहुउपयोगी पुस्तक साबित हो रही है ,जबकि सूफी संत ,,इस्लामिक रिवायतों से जुड़े आस्थावान लोग भी इस पुस्तक के हिंदी अनुवाद ,ऐसे स्थलों के फोटोग्राफ के साथ पुनर्प्रकाशन की मांग कर रहे है ,क्योंकि यह पुस्तक ,,दरगाह ,खानकाह ,,,मस्जिदों के प्रबंधको सहित उस क्षेत्र के निवासियों के लिए ज्ञानवर्धक जानकारी साबित होगी ,,डॉक्टर याक़ूब अली यूँ तो हाड़ोती की जाना माना इतिहासविद नाम है ,कोटा ज़िले बारां ज़िले के गाँव नौताड़ा ,बालदडा क्षेत्र से यूँ तो अज़ीम शख्सियतें निकली है जिन्होंने देश में इस क्षेत्र का नाम रोशन किया है ,डॉक्टर याक़ूब अली खान उन प्रमुख हस्तियों में प्रमुख हैसियत रखते है ,,जुलाई 1956 में ग्रामीण परिपेक्ष में जन्मे डॉक्टर याक़ूब ने प्रारम्भ से ही ऐतिहासिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए अपना अध्ययन जारी रखा ,, प्रारम्भिक शिक्षा के बाद ,देश में सर्वश्रेष्ठ तहज़ीब और प्रतिभावान जमावड़ा रखने वाले शैक्षणिक इदारे ,,अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में याक़ूब अली ने अपनी शिक्षा पूरी ,की ,प्रारम्भ से ही ऐतिहासिक शोध पत्रों को तलाश कर याक़ूब अली अपने आलेखों में ऐसी ऐतिहासिक महत्ता वाले तथ्यों को उजागर करते रहे ,,इन्होने 1978 में जयपुर यूनिवर्सिटी से मध्यकालीन भारत के इतहास विषय पर मास्टर डिग्री हांसिल की ,,पढ़ाई की लगन ने इन्हे अलीगढ का रास्ता दिखाया ,जहाँ बेस्ट स्टूडेंट बनाकर याक़ूब अली ने पहले 1982 में एम फिल की डिग्री हांसिल की ,फिर याक़ूब अली 1984 इनके विषय में डॉक्टर बन गए ,इन्हे डॉक्टरेट की डिग्री एवार्ड करते वक़्त ,,इनके उस्ताद और साथियों को इनकी विशेषग्यता पर फख्र था ,,डॉक्टर की डिग्री के बाद याक़ूब अली कोटा ओपन यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बने ,बाद में विभागाध्यक्ष रहकर सेवनिवर्ती के बाद अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर विशेषज्ञ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे है ,,इनके ऐतिहासिक महत्ता वाले सैकड़ों आलेख पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे है ,,दर्जनों शोधार्थी छात्र छात्रों ने इनके अधीनस्थ डॉक्टरेट की डिग्री हांसिल की है ,लेकिन एक छोटे से गाँव में पले बढे होने से इन्होने गांव की मिटटी की खुशबु को कभी बुलाया नहीं इर्द गिर्द आदिवासी क्षेत्रों की स्थिति देखकर डॉक्टर याक़ूब ने ट्राइबल लाइफ ऑफ़ इण्डिया ,पुस्तक का प्रकाशन कर ट्राइबल क्षेत्र के इतिहास ,स्वाभिमान ,उनकी ज़रूरतों ,भविष्य में विकास की संभावनाओं से सरकार को अवगत कराया ,और इस पुस्तक के प्रकाशन के बाद सभी राजनितिक दलों का एक बढ़ा फोकस ,,विकास योजनाओं से राजनितिक व्यवस्थाओ का फोकस ट्राइबल क्षेत्र में होने लगा ,,इसके लिए डॉक्टर याक़ूब अली की पुस्तक आदिवासी क्षेत्र में समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए एक वरदान ,,उत्थान का एक ज़रिये साबित हुई है ,,इसके अलावा डॉक्टर याक़ूब ने मध्यकालीन भारत के इतिहास पर बारीकी से अध्ययन कर विशेष जानकारियां देश के इतिहास के छात्र छात्रों के लिए उपलब्ध कराई है ,,डॉक्टर याक़ूब ने मुस्लिम धार्मिक स्थलों की अस्थायें ,दुर्दशायें और लुप्त होते इतिहास ,का दर्द जाना ,वक़्फ़ सम्पत्तियों में दर्ज होने पर भी सरकार का नज़रिया उपेक्षित होने पर डॉक्टर याक़ूब ने राजस्थान की ऐसी ऐतिहासिक महत्ता की सम्पत्तियों का ध्यान दिलाने के लिए ऐतिहासिक विवरण के साथ ,,मुस्लिम मोन्यूमेंट ऑफ़ राजस्थान ,के नाम से एक सम्पूर्ण शोध ग्रन्थ लिखा है ,,उक्त पुस्तक में राजस्थान के सभी ऐतिहासिक महत्ता वाले ,मुस्लिम धार्मिक आस्था स्थल ,,जिनमे मस्जिदें ,खानकाहें ,दरगाहें ,चिल्ले ,,टॉम्ब ,,जामामस्जिद ,सराहे ,,मुसाफिरखाने ,,ईदगाह सहित सभी स्थलों का संक्षिप्त हवाला ,है ,,उक्त पुस्तक में वर्णित सभी तथ्यों का आम हिंदी ,उर्दू ज़ुबान में प्रकाशित करने की मांग इसलिए उठने लगी है ,के आस्थावान लोगों ,,ऐतिहासिक तथ्य जुटाने वाले सूफी संतों ,उनके विरासत सम्पत्तियों की देखरेख कर रहे आस्थावान मुजाविरों ,सम्पत्तियों की देखरेख कर रहे प्रबंधकों ,मुतव्वलीयों ,,खासकर राजस्थान सरकार के राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड , वक़्फ़ मंत्रालय ,वक़्फ़ विकास परिषद ,विभाग के लिए यह जानकारियां ज़रूरी भी है ,उपयोगी भी है ,इसलिए डॉक्टर याक़ूब अली को इस पुस्तक का पुर्नप्रकाशन स्थलों के सचित्र विवरण के साथ हिंदी अनुवाद में अन्य नए विशिष्ठ धार्मिक आस्था स्थलों पर एक नयी पुस्तक का प्रकाशन जनहित में लोगो की बेहद मांग पर करना ही चाहिए ,,हमने उनके दामाद हाफ़िज़ अब्दुल रशीद क़ादरी साहब उनके रिश्तेदार मौलाना रौनक अली से भी यह पैगाम उन तक पहुंचाकर उक्त आस्थाओं की ज्ञानवर्धक जानकारी के साथ नयी पुस्तक प्रकाशन शीघ्र करवाने का आग्रह ,किया ,है ,,,जबकि राजस्थान वक़्फ़ निगरा बोर्ड के प्रदेश संयोजक ,,देवस्थान एवं वक़्फ़ सम्पत्ति संरक्षण बोर्ड का कोटा संभागीय अध्यक्ष होने के नाते ,प्रदेश पदाधिकारी हाजी इक़बाल खान ,,राष्ट्रिय अध्यक्ष संस्थापक आर मंसूरी साहब ,, संरक्षक हाजी रफत खान से भी आग्रह है के वोह भी डॉक्टर याक़ूब अली से उक्त जानकारियों का हिंदी और उर्दू में पुनर्प्रकाशन करने का आग्रह करे ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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